अयोध्या..मथुरा..माया..काशी कांची अवंतिका….और लगी शिप्रा में आस्था की डुबकी, आज कार्तिक पूर्णिमा का उल्लास..शाम को होगा दीपदान
उज्जैन। आज शुक्रवार को शहर में सुबह से ही कार्तिक पूर्णिमा का उल्लास है। तड़के चार बजे से ही शिप्रा में स्नान करने का सिलसिला शुरू हो गया है जो देर दोपहर तक सतत रूप से जारी रहेगा तो वहीं शाम के समय पितरों की शांति के निमित्त आस्थावानों द्वारा दीपदान किया जाएग। गौरतलब है कि कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर शिप्रा स्नान करने और दीपदान करने का विशेष विधान शास्त्रों में उल्लेखित किया गया है।
देर रात से ही पहुंचने लगे लोग
गुरूवार को बैकुंठ चतुर्दशी थी और इस अवसर पर सिद्धवट पर भी आस्थावानों का तांता लगा रहा। पितरों के निमित्त सिद्धवट पर दूध चढ़ाया गया और देर शाम तक पूजन अर्चन के साथ ही पितरों के निमित्त पिंडदान व तर्पण के कर्म होते रहे। इसके अलावा कार्तिक पूर्णिमा का स्नान करने वाले विशेषकर ग्रामीणजन देर रात से ही शिप्रा रामघाट और अन्य घाटों पर पहुंचने लगे थे। तड़के चार बजे से स्नान और ब्राह्मणों को दान दक्षिणा देने का सिलसिला शुरू हो गया था।
रात को कार्तिक मेले में लेंगे जलेबी का आनंद
बता दें कि बैकुंठ चतुर्दशी के साथ ही कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर शिप्रा स्नान के लिए ग्रामीणों का तांता
शहर में लगा हुआ है और आज सुबह से स्नान का लाभ लेने वाले ग्रामीण शाम को कार्तिक मेले में भी घूमेंगे
वहीं जलेबी गराडू का आनंद भी लेंगे।