इंदौर का प्रशासनिक अमला अवकाश के दिन से राजस्व महा अभियान में जुटा

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सोमवार से शुरू होगा राजस्व आवेदनों के निदान का सिलसिला, मौके पर पहुंचेंगे अधिकारी

 

इंदौर। राजस्व महा अभियान 0.3 की शुरुआत गुरु नानक जयंती के अवकाश से हुई। पहले दिन पटवारी ने गांव गांव जाकर बी-1 का वाचन किया। सोमवार से राजस्व के लंबित आवेदनों का निर्धारण शुरू हो जाएगा और अधिकारी गांव-गांव जाकर सुनवाई भी करेंगे।
राजस्व के लंबित मामलों के निराकरण के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश में कल से राजस्व महा अभियान का तीसरा चरण शुरू हो गया है।
महा अभियान की शुरुआत गुरु नानक जयंती के अवकाश से हुई। अवकाश के बावजूद सभी तहसीलदार कार्यालय में बैठकर कार्य करते नजर आए। वही पटवारी अपने-अपने क्षेत्र में जाकर पंचायत भवन या अन्य जगह पहुंचकर खसरा बी-1 का वचन करते रहे। महा अभियान के दौरान जिले में दर्ज 6000 से अधिक राजस्व के नामांतरण बंटवारा और सीमांकन के आवेदनों का निराकरण किया जाना है।
सोमवार से अधिकारी सभी आवेदनों की निराकरण की प्रक्रिया शुरू करेंगे। पटवारी और राजस्व निरीक्षक जिन आवेदनों में अपनी रिपोर्ट देना शेष है वह तैयार करने में आज से लग जाएंगे। सोमवार तक अधिकांश आवेदनों में रिपोर्ट प्रस्तुत होने के बाद आवेदन का निराकरण किया जाएगा महा अभियान के शुरुआती एक सप्ताह में ही जिले में लगभग 50 फीसदी आवेदनों का निराकरण हो जाएगा। कुछ तहसीलों में निराकृत करने वाले आवेदनों की छुट्टी पहले ही कर ली गई है जिन मामलों में तहसीलदार कोई कार्रवाई नहीं करना चाहते उन्हें निरस्त करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है पूर्व में भी अभियान के दौरान अधिकांश तहसीलों में अधिकारियों ने आवेदनों का निराकरण उन्हें
निरस्त कर किया था बाद में उन्हें आवेदनों को नए सिरे से दर्ज कर सनी की गई और उनका निराकरण धीरे-धीरे किया गया था।
महा अभियान के दौरान सभी आवेदनों का निराकरण करने के लिए कुछ तहसीलदार अपनी संख्या बढ़ाने के चक्कर में आवेदनों को तेजी से निरस्त करते आ रहे हैं। कलेक्टर आशीष सिंह पिछली समय सीमा की बैठक में ही सभी एसडीएम को चेतावनी दे दी है कि लंबित आवेदनों के लिए एसडीएम को जिम्मेदार माना जाएगा इसके चलते अब एसडीएम खुद ही प्रत्येक आवेदन की निगरानी करेंगे जिससे इस बार तहसीलदारों की चालाकी नहीं चलेगी और प्रत्येक आवेदन का सही निराकरण करना जरूरी हो जाएगा।

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