जुआ खेलने के लिए होटल में बुक कराया था कमरा, 14 हिरासत में 7.53 लाख नगद बरामद
उज्जैन। देवासरोड नागझिरी में होटल का कमरा बुक कर बड़े पैमाने पर जुआ खेला जा रहा था। साइबर टीम को खबर मिली तो दबिश दी गई। रात 2 बजे तक नोटों की गिनती होती रही। 5 कार, 2 एक्टिवा और 15 मोबाइल के साथ 14 जुआरियो को हिरासत में लिया गया। सभी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
साइबर प्रभारी विवेक कनोडिया ने बताया कि रविवार देर शाम खबर मिली थी कि होटल खाना खजाना मक्खन वाला के ऊपर स्थित होटल हिमालया ग्रीन के कमरा नंबर 107 में बड़े पैमाने पर जुआ खेला जा रहा है। साइबर टीम ने नागझिरी थाना पुलिस के साथ दबिश दी। होटल के नीचे चार पहिया लग्जरी गाड़ियां खड़ी हुई थी। टीम ने ऊपर पहुंच कर कमरे का दरवाजा खुलवाया। जहां से 14 लोगों को हिरासत में लेने के साथ 15 मोबाइल, ताश पत्ती की गड्डियां और 7.53 लाख रुपए नगद बरामद किए गए। कमरे से बरामद सामग्री के साथ जुआ खेलने वालों को बाहर लाया गया। इस दौरान पता चला कि नीचे खड़ी लग्जरी गाड़ियां जुआ खेलने वालों की है। साइबर और पुलिस की टीम ने होटल के नीचे खड़ी एक स्कॉर्पियो, एक बलेनो, एक क्रेटा, एक मारुति स्विफ्ट और एक थार गाड़ी के साथ दो एक्टिवा जप्त की। होटल में दी गई दबिश की कार्रवाई करीब 5 घंटे तक चली। रात 2 बजे जुआरियो को नागझिरी थाना लाया गया। जहां सभी के खिलाफ जुआ एक्ट अधिनियम का प्रकरण दर्ज किया गया।
4 दिनों के लिए बुक था होटल रूम
बताया गया है कि जुआ खेलने वाले इंदौर, देवास, उज्जैन और आसपास के रहने वाले हैं। जुए के मुख्य आरोपी इंदौर के रहने वाले महादेव उर्फ धीरज चौहान और प्यारेमियां होना सामने आए हैं, जिन्होंने होटल में रूम 13, 14 और 16, 17 नवंबर के लिए बुक किया था। साइबर टीम प्रभारी के अनुसार सभी आदतन जुआरी है। सभी के संबंध थाना क्षेत्र की पुलिस से उनके अपराधों की जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। इस बात की जानकारी भी जुटाए जा रही है कि पहले भी कितनी बार जुआ खेलने उज्जैन आ चुके हैं।
होटल वाले ने नहीं दी जानकारी ?
शहर में संचालित होने वाली होटल को लेकर जिला प्रशासन ने आदेश जारी किया है कि होटल में रूम बुक करने वालों की प्रतिदिन संबंधित थाना पुलिस को जानकारी दी जाए। होटल में ठहरने वालों के दस्तावेज आधार कार्ड, परिचय पत्र लिए जाए। लेकिन होटल संचालक द्वारा पुलिस को जानकारी नहीं दी गई थी। फिलहाल मामले की जांच जारी है होटल संचालक के खिलाफ भी प्रशासन के आदेश का पालन नहीं करने पर कार्रवाई हो सकती है। खास बात यह है कि पुलिस को भी अपने क्षेत्र की होटल चेकिंग के निर्देश दिए गए हैं लेकिन जिस तरह से चार दिनों तक रूम बुक होना सामने आया है उससे प्रतीत होता है कि पुलिस भी होटल चेक करने नहीं पहुंची!