महाकाल मंदिर में कुत्तों का आतंक बालक को कुत्ते ने काटा
उज्जैन। महाकाल मंदिर में उसे समय अफरा तफरी का माहौल निर्मित हो गया जब सभी लोग भस्म आरती की लाइन में लगे हुए थे इसी दौरान लाइन में लगे परिवार की मासूम बच्चे को कुत्ते ने काट लिया। कुछ देर के लिए लोग भयभीत हो गए और लोग कुत्ते से खुद को बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। बताया जाता है कि दो कुत्ते आपस में लड़ रहे थे इसी दौरान कुत्ता एक बच्चे पर लटका और उसे अपना शिकार बना लिया। यही नहीं इसके अलावा दूसरे बच्चे को भी कुत्ता काटने के लिए लपका लेकिन तब तक उसके माता-पिता सतर्क हो गए नहीं तो वह बच्चा भी कुत्ते का शिकार हो जाता। इस घटना से साफ जाहिर होता है कि महाकाल मंदिर में तैनात किए गए प्राइवेट कंपनी के सुरक्षा गार्ड कितने सतर्क हैं और किस तरह मंदिर की सुरक्षा की कमान संभाले हुए हैं मंदिर प्रबंध समिति द्वारा मोटी रकम खर्च कर मंदिर की सुरक्षा प्राइवेट कंपनी के हवाले कर रखी है लेकिन इस घटना को देखते हुए मंदिर की सुरक्षा की पूरी पोल खुल रही है। वहीं इस कुत्ते के काटने की घटना के बाद भस्म आरती में शामिल होने आए श्रद्धालुओं में भी मंदिर की सुरक्षा के प्रति आक्रोश देखा गया। रोज की तरह महाकाल मंदिर में भस्म आरती के लिए श्रद्धालुओं की टनल में लाइन लगी हुई थी तथा सभी श्रद्धालु ओम नमः शिवाय का जाप करते हुए भस्म आरती के दर्शन का इंतजार कर रहे थे इस दौरान देहरादून उत्तराखंड से आए अरविंद भी अपनी पत्नी कंचन चंदौला, बेटे अक्षोभ्य व अभ्यांश व मां के साथ लाइन में लगे थे। इसी दौरान लाइन में लगे लोगों के पास दो कुत्ते लड़ते हुए पहुंचे ओर आपस में लड़ रहे कुत्ते में से एक ने अक्षोभ्य पर हमला कर दिया। घटना रात्रि 3:30 4:00 के लगभग की बताई जा रही है।
महिला बोली एसी लापरवाही अन्य देव स्थलों पर नहीं देखीकंचना चंदोला ने बताया कि वह पति, दो बच्चे व सास के साथ शनिवार को महाकाल दर्शन करने पहुंची थी। भस्म आरती दर्शन की बुकिंग पहले से ऑनलाइन कराई थी। भस्म आरती में शामिल होने के लिए वह रात 2:00 बजे ही मंदिर पहुंच गए थे। हम सबको आरती में प्रवेश के लिए हाथों में रिस्ट बैंड बांधे गए थे। लाइन में लगकर सभी मंदिर की ओर बढ़ रहे थे तभी कुत्तों ने बेटे पर हमला किया। कंचना ने बताया कि जब पूरे मंदिर परिसर व क्षेत्र में सुरक्षा गार्ड मौजूद हैं तो सुरक्षा की जिम्मेदारी मंदिर प्रशासन की है। अन्य देव स्थलों पर भी जाते हैं लेकिन वहां पर इस तरह सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही नहीं बरती जाती है।
अचानक हुए हमले से बालक हुआ भयभीत
कुत्ते के हमले से बालक अक्षोभ्य डरा व सहमा हुआ है उसके पैर में कुत्ते के दांत गढ़ गए थे। खून बहने लगा। यही नहीं इस दौरान एक कुत्ता अक्षोभ्य के भाई अभ्यांश पर भी काटने के लिए लपका लेकिन उसके माता पिता ने बचाव कर कुत्ते को वहां से भगा दिया। यह देख अन्य लाइन में लगे श्रद्धालु भी भयभीत हो गए और कुछ देर के लिए मौके पर अफरा तफरी का माहौल निर्मित हो गया था थोड़ी देर बाद मंदिर के कुछ गार्ड डंडा लेकर पहुंचे और वहां घूम रहे कुत्तों को भगाया।
कंचना चंदोला ने बताया कि घायल बेटे को मौके पर मौजूद डॉक्टर ने टिटनेस का इंजेक्शन लगाया फिर एम्बुलेंस से अस्पताल रवाना किया। यहां बेटे को रैबीज के इंजेक्शन लगे हैं। इस पूरी घटना के कारण हमारा परिवार भस्म आरती दर्शन नहीं कर पाया।
सुबह की सैर पर निकले व्यक्ति को भी कुत्ते ने काटा
इसी तरह रविवार सुबह इंदिरा नगर स्थित 16 सागर क्षेत्र में सुभाष राठौर निवासी लालबाई फूलबाई जब अपने मित्र के साथ सुबह कि सैर पर निकले इसी दौरान झुंड बनाकर खड़े कुत्तों में से एक कुत्ते ने उन पर हमला कर दिया और उन्हें कुत्ते ने काट लिया। जख्मी हालत में सुभाष को अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती किया गया है इसके साथ ही कुछ दिनों पहले नानाखेड़ा क्षेत्र की अर्पिता कॉलोनी में भी एक बुजुर्ग महिला को कुत्ते ने काट लिया था। लगातार शहर में कुत्तों के काटने की घटनाएं सामने आ रही है। लेकिन उसके बाद भी नगर निगम द्वारा कुत्तों को पकड़ने का अभियान नहीं चलाया जा रहा है ना ही उनकी नसबंदी कराई जा रही है। इस कारण लोग कुत्तों के आतंक से डरे हुए हैं।शहर के लोग कुत्तों के डर से अपने बच्चों को खेलने के लिए बाहर भी नहीं निकलने दे रहे हैं।