कागजों पर बनी भाजपा की बूथ समिति मोबाइल पर लोड नहीं कर पा रहे नेता
भोपाल में होने वाली बैठक के पूर्व पूरी करनी होगी प्रकिया
इंदौर। बूध समिति का दावा बनाने वाले वरिष्ठ नेताओं की पोल उस समय खुल गई, जब भोपाल से आई एक रिपोर्ट में बताया गया कि इंदौर में अभी तक एक भी मंडल का काम पूरा नहीं हुआ है।
इसको लेकर नगर संगठन ने नाराजगी जताई। दरअसल मंडलों में भेजे गए भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने समितियों को कागज पर तो बना लिया, लेकिन वे उसे संगठन के सरल ऐप पर लोड नहीं कर पा रहे हैं।
1 दिसम्बर से भाजपा के मंडल स्तर के चुनाव शुरू होने वाले हैं, लेकिन उसके पहले 20 नवम्बर तक बूथ समितियां बनाकर संगठन के सरल एप पर लोड करना थी, ताकि चुनावी प्रक्रिया आगे बढ़ाई जा सके।
भाजपा की बूथ समितियां चुनाव में सक्रिय रूप से काम करती है और इनमें शामिल कार्यकर्ता ही चुनाव के दौरान एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में काम करते हैं।
इसलिए संगठन का जोर इन समितियों को बनाने पर था। 1 दिन पहले भाजपा कार्यालय में सभी 28 मंडलों के चुनाव प्रभारियों को बुलाया था। नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने जब उनसे बात की तो अधिकांश प्रभारियों ने कह दिया कि उनके यहां बूथ समितियों का काम पूरा हो गया है।
रणदिवे ने जब भोपाल से आई मंडल स्तर की रिपोर्ट, जिसमें कितना काम हुआ है और कितना नहीं हुआ है प्रभारियों के सामने रखी तो उनके नीचे जमीन सरक गई। अधिकांश प्रभारियों का काम ही पूरा नहीं हुआ था।
बताया जा रहा है कि अधिकांश प्रभारियों को स्मार्ट मोबाइल तो चलाना आता है, लेकिन संगठन के सरल ऐप पर जिस तरह से एंट्री करना है वह उन्हें नहीं आती। कइयों ने तो काम वार्ड के भरोसे छोड़ दिया, जिस पर रणदिवे नाराज भी हुए।
कुछ वरिष्ठ नेताओं को उन्होंने कडक़ लहजे में कहा कि उन्हें पार्टी में रहते इतना समय हो गया है, लेकिन अभी तक वे मोबाइल पर काम नहीं सीख पाए हैं।
इस पर वे बगले झांकने लगे। एक नंबर के एक पूर्व पार्षद ने तो 2 से 3 बूथ का डेटा ही मोबाइल पर चढ़ाया, जिस पर रणदिवे नाराज हुए। इसी तरह कुछ वरिष्ठ नेताओं को भी उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि संगठन पर्व को पार्टी ने सर्वोपरि रखा है और इसी को लेकर कोई दूसरा काम नहीं करना है, फिर भी आप लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।
अब संगठन ऐप पर डाटा चढ़ाने के लिए दो दिन का समय दिया गया है और सोमवार को फिर एक बार इसको लेकर समीक्षा की गई । दरअसल भोपाल में होने वाली बैठक के पहले सभी बूथ समितियों का डाटा अपलोड हो जाए। इसके लिए प्रयास किए जा रहे है।