पंवासा की महिला ने दिया था नवजात बालक को जन्म
उज्जैन। चरक भवन में सोमवार-मंलवार को नवजात बालक को भर्ती करने तीन लोग पहुंचे थे। उन्होने बताया कि मां को इंदौर में भर्ती किया गया है। नवजात की हालत नाजुक थी, भर्ती कराने वाले रात में लापता हो गये। सुबह बालक की मौत हो गई। उसके बाद नानी चरक भवन पहुंची, इस बीच पुलिस ने परिजनों की तलाश शुरू कर दी थी। चरक भवन सिविल सर्जन डॉ. अजय दिवाकर ने बताया कि 25 नवम्बर की रात एक महिला और 2 युवक नवजात बालक को लेकर आये थे। नवजात का वजन 900 ग्राम था, उसकी हालत काफी नाजुक थी। नवजात को लाने वालों ने बताया कि उसकी मां को इंदौर में भर्ती किया गया है। डॉक्टरों ने नवजात को भर्ती किया, लेकिन उसकी दूसरे दिन 26 नवम्बर को मौत हो गई। परिजनों की तलाश करने पर उसे भर्ती कराने वाले लापता होना सामने आये। मामले की सूचना कोतवाली थाना पुलिस को दी गई। परिजनों की तलाश शुरू की गई। भर्ती कराने के दौरान पर्चे पर लिखे नाम-पते से पता लगाने का प्रयास किया गया। कुछ घंटो बाद नवजात की नानी अस्पताल पहुंची। उसने बताया कि नवजात को पायल निवासी पंवासा ने जन्म दिया था। उसकी हालत बिगड़ने पर संजीवनी अस्पताल में भर्ती किया था। जहां से इंदौर रैफर किया गया है। पुलिस ने नवजात का शव पोस्टमार्टम कक्ष में रखा था, जिसे नानी को सौंप दिया गया। सिविल सर्जन के अनुसार नवजात समय से पहले जन्म ले चुका था जिसके चलते उसके जीवित रहने की उम्मीद काफी कम थी। मामले की जांच पुलिस द्वारा की जा रही है।