महिदपुर भाजपाईयों की मारपीट में 3 ब्लाक कांग्रेस अध्यक्षों सहित 7 कार्यकर्ताओं पर प्रकरण दर्ज, भाजपाईयों में जुतमपैजार, कांग्रेसियों पर प्रकरण, कांग्रेस ने घेरा पुलिस कंट्रोल रूम
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पुलिस को 24 घंटे में नाम हटाने का अल्टीमेटम दिया
दैनिक अवन्तिका उज्जैन
शुक्रवार को महिदपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं में हुई मारपीट के मामले में पुलिस ने प्रकरण दर्ज करते हुए 30 लोगों को आरोपी बनाया है। इसमें कांग्रेस के 3 ब्लाक अध्यक्षों सहित कुल 7 कार्यकर्ताओं को आरोपी बनाया गया है। झूठे प्रकरण को लेकर शनिवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के नेतृत्व में पुलिस कंट्रोलरूम का घेराव किया गया । पटवारी का कहना था कि पुलिस को हमारे निर्दोष कार्यकर्ताओं के नाम हटाने एवं थाना प्रभारी पर कार्यवाही के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है।
प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल शुक्रवार को जिले के महिदपुर तहसील के कार्यक्रमों में शामिल होने आए थे। उनके साथ सांसद अनिल फिरोजिया जिलाध्यक्ष बहादुरसिंह बोरमुंडला भी थे। नारायणा सहित अन्य कार्यक्रमों में शामिल होने के उपरांत वे दोपहर में खोरिया सुमरा विद्युत ग्रिड का भूमि पूजन करने जा रहे थे। इसी दौरान गौरिक दूध डेयरी के सामने मंच बनाकर उनका सम्मान किया गया था। इस सम्मान कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री बोल रहे थे इसी बीच मंच के सामने भाजपा के कार्यकर्ताओं में मारपीट हुई थी।
30 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज
इस मामले में फरियादी मानसिंह पिता अनारसिंह की रिपोर्ट पर पुलिस ने 30 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। इसमें कांग्रेस के 3 ब्लाक अध्यक्षों सहित 7 कार्यकर्ताओं को आरोपी बनाने पर कांग्रेस ने शनिवार को जिला मुख्यालय के पुलिस कंट्रोल रूम का घेराव किया। इसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी पहुंचे थे। उन्होंने इस दौरान कहा कि भाजपाई आपस में लड़ते हैं और नाम हमारे लोगों का पुलिस में लिखवाते हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक की उनके ही कार्यकर्ता पिटाई करते हैं।
7 कार्यकर्ताओं पर झूठा प्रकरण दर्ज किया
हमारे लोगों के उनके कार्यक्रम में होने का सवाल ही नहीं उठता है। पुलिस ने बगैर जांचे ही 30 आरोपियों में हमारे 3 ब्लाक अध्यक्षों सहित 7 कार्यकर्ताओं पर झूठा प्रकरण दर्ज किया है। इस झूठे प्रकरण को वापस लेने के लिए आज हमने शांति पूर्ण घेराव किया है। एसपी को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है कि वे जांच कर निर्दोष कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के नाम प्रकरण से हटाएं इसके साथ ही थाना प्रभारी को निलंबित करें। ये कैसा थाना प्रभारी है जो बगैर जांच के ही चाहे जिस पर प्रकरण दर्ज कर रहा है। अगर ऐसा नहीं किया गया तो प्रदेश कांग्रेस का कार्यकर्ता उज्जैन की सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगा।