विकास की नई गाथा… मुख्यमंत्री की घोषणा को हाथोहाथ ले रहा प्राधिकरण, इंविप्रा प्रमुख चौराहों पर बनाएगा दर्जनभर फ्लायओवर
इंदौर। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर फ्लायओवर निर्माण की घोषणा पिछले दिनों मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने की थी, जिसके चलते प्राधिकरण ने एबी रोड पर बीआरटीएस कॉरिडोर में बनने वाले 5 फ्लायओवरों के फिजिबिलिटी सर्वे का टेंडर बुलवाया है।
इसके अलावा 11 और चौराहों पर फ्लायओवरों के निर्माण की संभावनाएं देखी जा रही है, जिनका फिजिबिलिटी सर्वे भी प्राधिकरण करवा रहा है। इनमें छावनी, घंटाघर, टॉवर और जंजीरवाला सहित अन्य चौराहे शामिल हैं। आने वाले दो-तीन सालों में इंदौर फ्लायओवरों का शहर बन जाएगा।
अभी प्राधिकरण द्वारा चार चौराहों पर फ्लायओवरों का निर्माण करवाया गया है, जिनमें लवकुश, खजराना फूटी कोठी और खजराना शामिल है।
इसके अलावा नेशनल हाईवे और एमपीआरडीसी द्वारा भी बायपास से लेकर एबी रोड पर फ्लायओवरों का निर्माण करवाया जा रहा है। वर्तमान में ही लगभग एक दर्जन फ्लायओवर बन रहे हैं, तो आने वाले समय में इतने ही फ्लायओवरों के निर्माण की योजना बनाई जा रही है।
बीआरटीएस कॉरिडोर को समास किए जाने की घोषणा भी मुख्यमंत्री ने कर दी, तो दूसरी तरफ निरंजनपुर और सत्यसाई चौराहा पर फ्लायओवरों के निर्माण के चलते वैसे भी बीआरटीएस कॉरिडोर उस हिस्से में खत्म हो गया है और एलआईजी से लेकर नवलखा के बीच बनने वाले एलिवेटेड कॉरिडोर की योजना को भी समाप्त कर दिया है।
उसकी जगह 4 से 5 फ्लायओवर प्रमुख चौराहों पर बनाने का निर्णय लिया गया, जिसके चलते प्राधिकरण ने फिजिबिलिटी सर्वे के लिए टेंडर बुलाए, जिसमें आधा दर्जन कम्पनियों ने हिस्सा लिया है।
प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में 6 कम्पनियों में से योग्य कम्पनी का चयन किया जाएगा और सबसे कम दर चूंकि टेक्रोम कंसल्टेंट की है, लिहाजा उसे फिजिबिलिटी सर्वे
का जिम्मा सौंपा जा सकता है। दूसरी तरफ प्राधिकरण सीईओ आरपी अहिरवार के मुताबिक 11 और फ्लायओवरों के निर्माण की संभावनाओं के चलते फिजिबिलिटी सर्वे करवाया जाएगा। उसके भी टैंडर जारी कर दिए हैं।
यहां बनेंगे फ्लायओवर—-
जिन 11 चौराहों पर ये फ्लायओवर निर्मित होना संभावित है उनमें जंजीरवाला चौराहा, टॉवर चौराहा,
प्रमुख बातें
■ आधा दर्जन चौराहों के लिए पहले से ही फिजिबिलिटी सर्वे के मिल चुके हैं टेंडर
■ एक-दो दिन में होने वाली बोर्ड मीटिंग में देगे मंजूरी
■ छावनी, घंटाघर, टॉवर और जंजीरवाला सहित अन्य चौराहों पर भी बनेंगे फ्लायओवर
अग्रसेन चौराहा, गोपुर, मधु मिलन, घंटाघर, छावनी, पत्रकार कॉलोनी चौराहा, एग्रीकल्बर कॉलेज, आजाद नगर और चाणक्यपुरी चौराहा शामिल है। फिजिबिलिटी सर्वे के लिए पहले तो योग्य फर्म का चयन किया जाएगा, उसके बाद फिर संबंधित फर्म द्वारा इन 11 चौराहों से गुजरने वाले यातायात की जानकारी हासिल कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी कि फ्लायओवर निर्मित किया जाना उचित होगा
अथवा नहीं।
उस आधार पर फिर प्राधिकरण जिन चौराहों पर फ्लायओवर बनाए जा सकते हैं, उसके निर्माण की प्रक्रिया शुरू करेगा।
12 किमी का कॉरिडोर फिलहाल बंद-यह भी उल्लेखनीय है कि अभी पिछले हफ्ते ही इंदौर आए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विवादों में रहे बीआरटीएस को हटाने की घोषणा भी कर दी। निरंजनपुर से लेकर राजीव गांधी प्रतिमा तक के लगभग 12 किलोमीटर के इस कॉरिडोर का एक हिस्सा वैसे भी दो फ्लायओवरों के निर्माण के चलते फिलहाल बंद हो गया है और भविष्य में एलआई, पलासिया, गीता भवन, व्हाइट चर्च व अन्य फ्लायओवर निर्माण के चलते भी बीआरटीएस खत्म हो जाएगा।