छग में शव उठाने वाली कंपनी संभालेगी मप्र की डायल-100

टेंडर में कंपनी जय अंबे पर फर्जी दस्तावेज लगाने के आरोप

ब्रह्मास्त्र भोपाल। छत्तीसगढ़ में शव वाहन चलाने का अनुभव लगाकर 108 एंबुलेंस सेवा का काम करने वाली जय अंबे कंपनी जल्द ही एमपी में डायल-100 पुलिस वाहनों का संचालन कर सकती है। हाल ही में डायल-100 के टेंडर की बिड में जय अंबे इमरजेंसी सर्विस प्राइवेट लिमिटेड पहले नंबर पर (एल-1) पर आई है। बताया जा रहा है कि गलत दस्तावेज लगाकर टेंडर हासिल करने को लेकर दूसरी कंपनियों की तरफ से मप्र के डीजीपी सुधीर सक्सेना से शिकायत कर कंपनी की पात्रता की जांच कराने की मांग की गई है। ओबीसी, एससी,एसटी एकता मंच के प्रदेश अध्यक्ष लोकेन्द्र सिंह गुर्जर ने मप्र के मुख्य सचिव को ईमेल के जरिए शिकायत की है। जिसमें जय अंबे कंपनी द्वारा लगाए गए फर्जी दस्तावेजों के आधार पर टेंडर हासिल करने के मामले की जांच की मांग की है।
जयअंबे इमरजेंसी सर्विस ने मप्र में 108 संजीवनी एंबुलेंस, जननी एक्सप्रेस, 104 मेडिकल हेल्पलाइन के संचालन का काम लिया है। इस कंपनी को प्रदेश में एक मार्च से एंबुलेंस संचालन का काम शुरू करना था , लेकिन कंपनी गाडियां तैयार नहीं कर पाई।

कंपनी के पास 3 साल का अनुभव नहीं

मुख्य सचिव को ईमेल से भेजी शिकायत में कहा गया है कि जय अंबे इमरजेंसी सर्विस ने छत्तीसगढ़ में एक दिसंबर 2019 से 108 संजीवनी एंबुलेंस के संचालन का हवाला दिया है। टेंडर की शर्तों के मुताबिक कम से कम तीन साल का अनुभव होना चाहिए। डायल–100 के टेंडर की पात्रता में यह कंपनी शामिल नहीं हो सकती।