दो दिन रहेगी पूर्णिमा, 14 दिसंबर को दत्त जयंती व 15 को स्नान-दान – अगहन मास की पूर्णिमा पर धर्म-कर्म के लिए उज्जैन में उमड़ेंगे श्रद्धालु
दैनिक अवंतिका उज्जैन।
अगहन मास की पूर्णिमा दो दिन तक मनाई जाएगी। पहले दिन 14 दिसंबर को दत्त जयंती रहेगी। इसे दत्त पूर्णिमा भी कहते हैं तो दूसरे दिन 15 दिसंबर को स्नान-दान की पूर्णिमा रहेगी। इस दिन उज्जैन में धर्म-कर्म के लिए तथा शिप्रा में लोग नहान के लिए उमड़ेंगे।
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पंडित अमर डब्बावाला ने बताया यह साल की की अंतिम पूर्णिमा रहेगी जो दि दो दिनों तक 14 और 15 दिसंबर को मनाई जाएगी। पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 14 दिसंबर की शाम करीब 4 बजे होगी जो कि 15 दिसंबर की दोपहर करीब 2.30 बजे तक रहेगी। पहले दिन 14 को पूर्णिमा पर भगवान दत्तात्रेय का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। दूसरे दिन 15 दिसंबर को लोग शिप्रा स्नान करेंगे। मंदिरों में देव-दर्शन के लिए उमड़ेंगे तो पंडितों को दान-पुण्य करेंगे।
दत्त जयंती पर दत्त अखाड़ा, महाकाल
के बाहर दत्त मंदिर में मनेगा जन्मोत्सव
दत्त जयंती पर उज्जैन में प्रचीन दत्त मंदिरों में उत्सव होगा। शिप्रा किनारे दत्त अखाड़ा में स्थित श्री दत्त मंदिर में दत्त भगवान का अभिषेक-पूजन किया जाएगा। दोपहर में आरती होगी। अखाड़े के पीर महंत सुंदर पुरी महाराज एवं आनंद पुरी महाराज के सानिध्य में पंडितों द्वारा अभिषेक किया जाएगा। दोपहर में प्रसादी वितरण होगा। वहीं महाकाल मंदिर के बाहर नागधारी गणेश के पास महाराष्ट्र समाज के दत्त मंदिर में भी सुबह अभिषेक-पूजन किया जाएगा तो शाम को महाआरती की जाएगी व सुंदरकांड पांड भजन संध्या होगी। मंदिर के पुजारी संजय दिवटे ने बताया कि दत्त जयंती पर मंदिर में विशेष सजावट की जाएगी व ढोल-ढमाकों से महाआरती कर पकवानों का भोग लगाया जाएगा। कार्तिक चौक के श्री वीर हनुमान भक्त मंडल के पंडित जस्सू गुरु महाराज की मंडली द्वारा सुंदरकांड व भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी।
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