कचरा जला कर प्रदुषण फैलाने के मामलों पर नियंत्रण नहीं एक ही क्षेत्र में 10 जगह जलाया जा रहा कचरा -यूडीए का पुराना परिसर ओैर प्रशासनिक जोन में कई स्थानों पर कचरे का निस्तारण जलाकर
उज्जैन। खुले में कचरा जलाने को लेकर नगर निगम ने प्रतिबंध लगा रखा है उसके बावजूद कई क्षेत्रों में खुलेआम कचरा और गंदगी को जलाया जा रहा है। प्रात: भ्रमण के क्षेत्रों में ही यह स्थिति सामने आ रही है। विकास प्राधिकरण के पुराने परिसर में एक ही क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर कचरा जलाने के मामले रोज अंजाम दिए जा रहे हैं ।प्रदूषण बोर्ड नियमो के अनुसार कचरा एवम भट्टी जलाने पर प्रदूषण होता है। इससे उत्सर्जित धुंआ मानव जीवन के लिए अहितकर होता है। खुले में कचरा जलाने एवं भट्टी को जलाने से निकलने वाले धुएं से वातावरण के साथ-साथ पर्यावरण भी दूषित होता है। यही नहीं अत्यधिक मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जित होती है जो कि मानव जीवन के लिए हानिकारक होती है।प्रशासनिक जोन में कई स्थानों के यही हाल-विकास प्राधिकरण का प्रशासनिक जोन प्रात: भ्रमण का क्षेत्र भी है। इसी क्षेत्र में राधा मदनमोहन मंदिर भी है। मंदिर में तडके से ही श्रद्धालुओं का आवागमन शुरू हो जाता है। भ्रमण के दौरान भी श्रद्धालु मंदिर में दर्शन करने पहुंचते हैं। प्रशासनिक जोन के कई कार्यालयों के बाहर कचरा निस्तारण के लिए उसे जलाने की प्रक्रिया का उपयोग पिछले कई सालों से किया जा रहा है। कागज एवं कचरे सहित यह आग आए दिन छोटे-छोटे रूप में और कई बार देर शाम को बडे रूप में लगाई जाती है। कचरा निस्तारण के लिए आग लगाने की इस प्रक्रिया से पूरे क्षेत्र में पर्यावरण प्रदुषित होता रहता है। ऐसे में प्रात: भ्रमण करने वाले भी परेशान रहते हैं। इस क्षेत्र में भ्रमण के लिए अधिकांश पास के आवासीय क्षेत्रों की महिलाएं ही जाती हैं।आते हैं देखकर चले जाते हैं-क्षेत्र में आए दिन नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग से संबंधित निरीक्षक एवं दरोगा पहुंचते हैं कचरा जलने की स्थिति भी उनके सामने नई नहीं है उसके बाद भी वे आकर देखकर चले जाते हैं। क्षेत्र में कार्यालयों से संबंधित कौन कचरे का निस्तारण जलाकर कर रहा है उसे ताकीद और चेतावनी भी नहीं दी जाती है।कार्यवाही करें-निगम आयुक्तपर्यावरण एवं मानव जीवन के स्वास्थ्य को दृष्टिगत रखते हुए शहर में एक अभियान चलाया जाएगा जिससे खुले में कचरा जलाने वाले एवं खुले में भट्टी जलाने वालों पर चालानी कार्यवाही की जाएगी। यह निर्देश निगम आयुक्त आशीष पाठक द्वारा दिए गए। इनके उपयोग पर सख्ती से प्रतिबंध लगाया जाए एवं उपयोग करने वालों पर जुर्माना किया जाए। नगर निगम द्वारा संचालित रैन बसेरे में भी अलाव जलाने पर प्रतिबंध लगाया जाकर हीटर का उपयोग किए जाने हेतु निर्देश प्रदान किए गए हैं।