भगवान महाकाल के मस्तक पर त्रिशूल, तिलक और रजत मुकुट अर्पित कर हुआ दिव्य श्रृंगार
प्रभु शिव के दिव्यतम रूप, महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दरबार में आज मंगलवार, 15 अप्रैल 2025 की भोर में भस्म आरती के पावन अवसर पर अलौकिक श्रृंगार हुआ। महाकाल के मस्तक पर त्रिशूल, भस्म तिलक और रजत मुकुट अर्पित कर विशेष श्रृंगार किया गया, जिसे देखकर श्रद्धालु भावविभोर हो उठे।
प्राचीन परंपराओं के अनुसार, भस्म आरती प्रतिदिन प्रातःकाल ब्रह्म मुहूर्त में होती है, किंतु मंगलवार को इसका विशेष महत्व होता है। आज के दर्शन में महाकाल को भस्म से नहलाया गया, रजत आभूषणों से सुसज्जित किया गया, और त्रिशूल के प्रतीक के साथ शिवत्व का अद्वितीय दर्शन कराया गया।
भक्तों ने ‘जय महाकाल’ के जयकारों के साथ पूरे वातावरण को शिवमय कर दिया। आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया और भक्तों ने कतारबद्ध होकर दर्शन लाभ प्राप्त किया।
विशेष आकर्षण:
आज के श्रृंगार दर्शन में भगवान महाकाल की मनोहर छवि को देखने हेतु देशभर से श्रद्धालु एकत्रित हुए। त्रिशूल और रजत मुकुट में सजे भगवान की तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रही हैं।