उज्जैन। श्रीमहाकालेश्वर मंदिर में आज बुधवार, 16 अप्रैल 2025 को प्रातःकाल दिव्य भस्म आरती संपन्न हुई। परंपरा अनुसार वीरभद्र वंदना के साथ जैसे ही गर्भगृह के कपाट खोले गए, मंदिर परिसर भक्ति और श्रद्धा की ऊर्जा से भर गया।
इस पावन अवसर पर भगवान महाकाल का श्रृंगार ‘भगवान गणेश’ स्वरूप में किया गया। सिर पर मुकुट, गजमुखी श्रृंगार, और मोदक के प्रतीक चिन्हों से सजे बाबा महाकाल के इस विशेष रूप के दर्शन कर श्रद्धालु भावविभोर हो उठे।
सुबह 4 बजे से ही हजारों श्रद्धालुओं ने दर्शन हेतु मंदिर परिसर में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। धूप, दीप, पंचामृत और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच आरती की अद्भुत छटा देखने को मिली। ढोल-नगाड़ों की गूंज, शंखध्वनि और वीरभद्र स्तुति के स्वर वातावरण में भक्तिभाव का संचार कर रहे थे।
श्रद्धालुओं का मानना है कि महाकाल का यह विशेष गणेश स्वरूप संकटों से मुक्ति और शुभ आरंभ का प्रतीक है।
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