उज्जैन । धार्मिक नगरी में पिछली बार से शुरू किए गए व्यापार मेले की गतिविधि का स्थान इस बार बदला हुआ रहने वाला है। शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज के 11 हेक्टेयर मैदान में 26 फरवरी से इस बार मेले का आयोजन होगा। नगर निगम पिछली बार के मेले में लगभग 2200 करोड़ का व्यापार के रेकार्ड को तोडने की तैयारी में जुटा हुआ है, जो कि ग्वालियर व्यापार मेला से अधिक रहा था।धार्मिक नगरी में एक समय सिर्फ कार्तिक मेले का आयोजन होता था । पुरातन कार्तिक मेले में एक समय लागत से 4 गूना अधिक खर्च के हालात बनने लगे थे। जैसे ही आनलाईन दुकानें विक्रय की जाने लगी लागत से 4 गूना आय के हालात बन गए ।कार्तिक मेले के साथ नगर में जिला पंचायत का हस्त शिल्प मेला कालिदास समारोह के लिए 2005 से शुरू किया गया था। इसी के साथ पिछले वर्ष से व्यापार मेले का आयोजन भी शुरू हो गया है। इसमें पिछली बार की तरह ही इस बार भी हल्के वाहनों पर पंजीयन की छूट का प्रावधान राज्य सरकार की और से रहेगा।पिछली बार से अधिक दुकानें-इस बार मेले में पिछली बार से अधिक दुकानें लगाने की तैयारी नगर निगम कर रहा है। 21 जनवरी तक इसके आनलाईन आवेदन किए जा सकेंगे।फोर व्हीलर एवं टू व्हीलर, कार डेकोरेशन, इलेक्ट्रानिक सहित अन्य दुकानों के भुखण्ड आवंटन हेतु निगम ने निविदा जारी की है।
वर्ष 2024 में 1 मार्च 2024 से 9 अप्रेल 2024 तक उज्जैयनी विक्रम व्यापार मेला का आयोजन दशहरा मैदान पर किया गया था । इस वर्ष पूनः 26 फरवरी महाशिवरात्री से 30 मार्च गुडी पड़वा तक इंजीनियरिंग कॉलेज मैदान की 11 हेक्टेयर भूमि पर व्यापार मेला आयोजन किया जा रहा है। इसमें विभिन्न आकारों के 397 भूखंड रखे गए हैं। इसके साथ ही नागरिकों के मनोरंजन हेतु सांस्कृतिक कार्यक्रम, आर्कषक डेकोरेशन, अस्थाई चिकित्सालय, पार्किंग, नागरिकों की सुरक्षा हेतु फायर ब्रिगेड, सीसीटीवी इत्यादि की व्यवस्था भी की जा रही है।गत वर्ष हुआ था 2200 करोड का व्यापार-गतवर्ष भी 1 मार्च से 9 अप्रेल 2024 तक व्यापार मेला का आयोजन दशहरा मैदान पर किया गया था जिसमें 22600 से अधिक वाहनों का विक्रय हुआ था और लगभग 2200 करोड़ का व्यापार उज्जैन में हुआ था, जो कि ग्वालियर व्यापार मेला से अधिक रहा था