उज्जैन। खेत में हाली का काम करने वाले परिवार के चार वर्षीय मासूम पर शुक्रवार शाम ट्रेक्टर का पहिया चढ़ गया। मासूम की मौके पर मौत हो गई। उसे निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां शासकीय अस्पताल पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया है।
चिमनगंज थाना प्रधान आरक्षक मनोज चावड़ा ने बताया कि ग्राम बदरखां (पिंगलेश्वर) के पास खेत पर हाली का काम करने के लिये आगर मालवा के बैजनाथ निपानिया का रहने वाला परिवार कुछ महिनों पहले आया था। परिवार खेत पर ही टापरी में निवास कर रहा है। शुक्रवार शाम परिवार खेत पर काम में लगा था और 4 वर्षीय पुत्र जय पिता पवन चंद्रवंशी खेल रहा था। उसी दौरान खेत पर चल रहा ट्रेक्टर अचानक रिवर्स आया, पीछे मासूम जय पहिये के नीचे दब गया। उसकी चीख सुनकर परिवार दौड़ा लेकिन बहुत देर हो चुकी थी। मासूम को निजी अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर पुलिस निजी अस्पातल पहुंची और मासूम का शव शासकीय अस्पताल लाया गया। प्रधान आरक्षक चावड़ा के अनुसार मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू की गई है। इधर बताया जा रहा है कि खेत पूर्व सरपंच का है और ट्रेक्टर उसका पुत्र चला रहा था। लेकिन पुलिस का कहना था कि जांच के बाद ही ट्रेक्टर चालक के संबंध में जानकारी स्पष्ट हो पायेगी। चालक जो भी हो उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जायेगा। मासूम का शनिवार सुबह पोस्टमार्टम कराया जायेगा।
उज्जैन। दोस्त के साथ उज्जैन आया चार बहनों का एकलौता भाई गुरूवार रात सड़क दुर्घटना का शिकार हो गया। उसकी अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई। दोस्त गंभीर घायल हुआ है।
नीलगंगा थाना क्षेत्र के केटीएम शोरूम के पास रात में ई-रिक्शा और बाइक भिड़ंत में बाइक पर सवार विशाल पिता रामप्रसाद बाडोलिया 22 वर्ष और सुदेश मालवीय निवासी डकाचिया इंदौर गंभीर घायल हो गये थे। दोनों को निजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में विशाल की मौत हो गई। दुर्घटना की खबर मिलने पर पुलिस घटनास्थल पहुंच गई थी। चालक रिक्शा छोड़कर भाग निकला था। पुलिस ने रिक्शा जप्त किया और निजी अस्पताल से मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिये शासकीय अस्पताल पहुंचाया। घायल सुदेश से पूछताछ के बाद दोनों के परिजनों को सूचना दी गई। रात में परिजनों के आने पर मर्ग कायम किया गया। शुक्रवार सुबह पोस्टमार्टम के समय विशाल के परिजनों ने बताया कि घायल सुदेश का ससुराल नानाखेड़ा क्षेत्र में है। दोनों सुदेश के ससुराल आये थे और रात में वापस इंदौर आ रहे थे। विशाल फर्नीचर बनाने का काम करता था और चार बहनों का एकलौता भाई था। परिजन शव अंतिम संस्कार के लिये इंदौर लेकर गये है।