इंदौर में केमिकल रिसाव से छह घंटे तक अस्त-व्यस्त रहा ट्रैफिक, 200 से ज्यादा पुलिसकमी तैनात किए

इंदौर। इंदौर में रविवार शाम ट्रक से हुए केमिकल रिसाव (लिक्विड अमोनिया गैस) से निपटने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात करना पड़ी। इंदौर पुलिस के 200 जवान और एक दर्जन एंबुलेंस भी मौके पर डटी रही। देर रात लिक्विड को दूसरे टैंकर में शिफ्ट किया गया। सड़क पर फैले केमिकल को पानी से बहाने के बाद मिट्टी डालकर उसके प्रभाव को निष्क्रिय किया गया।
बायपास पर सेज यूनिवर्सिटी के पास हुए इस हादसे के दौरान करीब छह घंटे तक ट्रैफिक अस्त-व्यस्त रहा। नजदीक की कॉलोनियों के लोगों को पुलिस ने अंदर ही रोक दिया। काम खत्म होने के बाद मौके पर तैनात पुलिस और प्रशासन के अफसरों का प्राथमिक स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया गया।
तेजाजी नगर बायपास पर रविवार शाम करीब 4 बजे कंट्रोल रूम पर जैसे ही गैस टैंकर से आमोनिया लिक्विड रिसने की सूचना मिली तब प्रशासन अलर्ट हो गया। घटना के बाद सबसे पहले जोन 1 के डीसीपी विनोद मीना ने आसपास के थानों से पुलिस बल को मौके पर भेजा। इस दौरान राजेन्द्र नगर, राऊ सर्कल और तेजाजी नगर के आसपास के इलाकों में लोगो के आने जाने पर प्रतिबंध लगाया गया। लोगों को घर में रहने की हिदायत के साथ इलाके में अनाउंस कराया गया। जिसमें उन्हें अलर्ट रहने की बात की गई।
महिला एसीपी रूबीना मिजवानी मौके पर टैंकर के पास अपनी टीम के साथ मोर्चा संभाली। उन्होंने फायर ब्रिगेड और नगर निगम के टैंकरों से केमिकल टैंकर पर पानी डलवाकर पूरे लिक्विड को सड़क नाली की तरफ बहाया। इसके बाद लिक्विड और पानी पर मिट्टी डलवाई गई। इस दौरान काफी कुछ स्थिति संभल गई थी।
एसीपी रूबीना मिजवानी ने बताया कि टैंकर ड्राइवर द्वारा बिना संकेतक के लापरवाही पूर्वक टैंकर को बीच सड़क पर खड़ा किया गया। इस दौरान केमिकल का रिसाव हुआ। जो मानव जीवन के लिए संकट पैदा करने वाला था। टैंकर नंबर एमपी 09जीएफ 8613 के ड्राइवर द्वारा लापरवाही की गई। मामले में पुलिस ने 125 बीएनएस के मामले में ड्रायवर पर केस दर्ज किया है। पुलिस की टीमें ड्राइवर की तलाश में जुटी हैं।

Author: Dainik Awantika