इंदौर। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए महू के पूर्व विधायक अंतरसिंह दरबार ने कांग्रेस से 52 लाख का हिसाब मांगा है। दरबार ने आरोप लगाया कि उन्होंने 2016, 2018 और 2022 तक कर्ज लेकर राहुल गांधी की सभा सहित तीन कार्यक्रम कराए थे। इस पर 52 लाख 23 हजार 245 रुपए खर्च किए थे। यह पैसा चुकाने के लिए उन्होंने कर्जा लिया। जब कांग्रेस ने पैसा नहीं दिया तो उन्होंने जमीन बेचकर कर्जा चुकाया। महू में 27 जनवरी को एक बार फिर से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सांसद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की सभा है। इससे पहले दरबार ने धरना दिया है।
तीन बार के विधायक रहे दरबार ने शनिवार को बताया कि राहुल गांधी के 2 जून 2016, 30 अक्टूबर 2018 और 26 नवंबर 2022 के महू दौरों के दौरान उन्होंने यह राशि खर्च की थी। उन्होंने कहा कि कार्यक्रमों के लिए जमीन तक बेचकर लोगों का कर्ज चुकाया, लेकिन पार्टी ने मदद नहीं की।
इसी नाराजगी के चलते दरबार ने कांग्रेस छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया था। धरने के दौरान उनके समर्थकों ने कांग्रेस विरोधी नारे लगाए। दरबार ने मुख्य चुनाव आयुक्त के नाम तहसीलदार को ज्ञापन भी सौंपा और कहा कि वह अपने अधिकारों के लिए लड़ते रहेंगे और पार्टी को जवाबदेह ठहराएंगे। जय बापू जय भीम जय संविधान यात्रा से पहले किए गए प्रदर्शन में दरबार ने कांग्रेस नेतृत्व पर विश्वासघात का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब वह महू विधानसभा के प्रभावशाली नेता थे, तब पार्टी ने उनका इस्तेमाल किया। अब उनकी अनदेखी कर रही है।