इस बार किसान को मिला आलू का ठीक –ठीक भाव बाजार में नया आलू आया, चिप्स वाली क्वालिटी 25 रू.किलो -अब तक गेंहु चना भी बेहतर स्थिति में, मौसम अनुकूल रहा तो फसल बंपर होगी

उज्जैन। आलू की नई फसल बाजार में आ गई है। नया आलू बाजार में अच्छे भाव में बिक रहा है। इस बार किसान को आलू का ठीक-ठीक भाव मिल रहा है जिससे किसान को पिछली बार की तरह परेशान होने के हालात नहीं हैं।बाजार में नया आलू 15-25 रूपए तक बिक रहा है । इसमें 25 रूपए में चिप्स क्वालिटी का आलू की खरीद हो रही है।पिछली बार आलू मात्र 12-15 रूपए किलो में ही किसान को बेचना पडा था। इस बार अब तक गेंहु चना की फसल भी जिले में बेहतर स्थिति में है। समयानुकुल उसे पानी और खाद की पूर्ति भी बराबर हुई है और अब तक ठंड के सीजन में पाले और अन्य किसी परेशानी के हालात भी नहीं रहे हैं। ऐसे में गेंहु एवं चने की फसल अब तक बेहतर स्थिति में बताई जा रही है। किसानों का कहना है कि अगर यही स्थिति रही और मौसम के साथ प्राकृतिक मार के हालात नहीं रहे तो इस बार फसल से किसानों को अच्छा आर्थिक आधार मिलेगा। सोयाबीन में जो नुकसान के हाल अंतिम दौर में पानी पड जाने से हुआ था उसकी करीब-करीब रिकवरी के हाल बन सकेंगे। भारतीय किसान संघ के जिला अध्यक्ष बहादुरसिंह आंजना के अनुसार अभी फसल में सिंचाई की जरूरतें सामने आने लगी हैं उसके अनुसार किसान सिंचाई की तैयारी में लगा है। अगर इस दौरान मावठा की बारिश हो जाती है तो किसान को इससे भी निवृत्ति मिलेगी। जिले में फसल अच्छी स्थिति में है। उनके अनुसार आलू की नई फसल बाजार में अच्छे भाव में है। आलू से खाली हुए खेतों में अब प्याज को किसानों ने लगा दिया है। गेंहु एवं चना की फसल अब तक  बेहतर स्थिति में है।8 दिन में 3427 पंजीयन-जिले में समर्थन मुल्य पर फसल विक्रय के लिए किसानों के पंजीयन का काम शुरू हो चुका है। 20 जनवरी से जिले में पिछले 9 दिनों में कुल 3 हजार 4 27 पंजीयन मंगलवार तक हुए हैं। जिला खाद्य नियंत्रक नुजहत बकाई के अनुसार समर्थन मुल्य एवं बोनस कुल दो हजार 500 रूपए प्रति क्विंटल अभी तक तय हैं। जिले के 146 केंद्रों पर नि:शुल्क पंजीयन का काम किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त जिले में किसान एप, कियास्क सेंटर, मोबाइल एप पर भी किसान पंजीयन करवा सकते हैं। किसान घर बैठे भी अपने मोबाइर्ल से पंजीयन की प्रक्रिया कर सकते हैं।कियास्क सेंटर पर पंजीयन को मंगलवार से ही ओपन किया गया है वहां पर किसानों को पंजीयन के लिए 50 रूपए देय है। पिछले वर्ष जिले में 1 लाख किसानों के पंजीयन किए गए थे और समर्थन मुल्य पर 4 लाख 17 हजार मेट्रिक टन की खरीदी की गई थी। इस बार भी नागरिक आपूर्ति निगम केंद्र सरकार के नियमों के अंतर्गत इस खरीदी को अंजाम देगा। उपार्जन की निती खरीदी के समय ही शासन से तय होती है।

Author: Dainik Awantika