झूठा निकला हत्या का आरोप, बीमारी से हुई थी महिला की मौत- पुलिस के साथ अंतिम संस्कार रुकवाने चक्रतीर्थ पहुंचा था परिवार

दैनिक अवंतिका उज्जैन।  पंवासा  में रहने वाली महिला की बीमारी के चलते सोमवार को मौत हो गई। उसे अंतिम संस्कार के लिए चक्रतीर्थ  लेकर पहुंचे। मायके पक्ष के परिजन पुलिस के साथ चक्रतीर्थ  पहुंच गए और हत्या का आरोप लगाया। महिला की चिता को मुखाग्नि दी जा चुकी थी। मामला थाने पहुंचा जहां मायके पक्ष के आरोप झूठ होना सामने आए।
मक्सी रोड बजरंग नगर के समीप रहने वाली नेहा पति लखन चौहान 27 वर्ष काफी समय से बीमार चल रही थी। सोमवार सुबह उसकी मौत होने पर पति अपने परिजनों और आसपास के लोगों के साथ अंतिम संस्कार के लिए चक्रतीर्थ  पहुंच गया। चिता को मुखाग्नि दी जा चुकी थी। इस दौरान नेहा का भाई तुषार और मां रामकन्या बाई जीवाजीगंज पुलिस के साथ चक्रतीर्थ पहुंच गए। अंतिम संस्कार रुकवाने का प्रयास किया गया और पति पर हत्या का आरोप लगाया। लेकिन चिता जल चुकी थी जीवाजीगंज पुलिस ने मामले की शिकायत पंवासा थाना पुलिस से करने को कहा। दोपहर में नेहा की मां रामकन्या और भाई तुषार पंवासा थाने पहुंचे और शिकायती आवेदन देकर पति और तरुणा नामक महिला पर हत्या का आरोप लगाकर तंत्र मंत्र करने की शिकायत का आवेदन दिया। पुलिस ने मामले की जांच के लिए मृतक नेहा के पति और तरुण को बुलाया। कुछ देर बाद ही मामला स्पष्ट हो गया। नेहा की मौत बीमारी से ही होना सामने आया। आरोप लगाने वाले परिजन वापस लौट गए।
तरुण ने बचपन में लिया था नेहा को गोद
पंवासा थाना प्रभारी रविंद्र कटारे ने बताया कि आरोप प्रत्यारोप के बाद दोनों पक्षों को थाने बुलाया गया था। जहां तरुणा ने बताया कि रामकन्या  ने नेहा और उसके दोनों बेटों बचपन में ही गोद दे दिया था। रामकन्या बच्चों को छोड़कर दूसरे के साथ चली गई थी। नेहा के पिता तीनों बच्चों को नहीं संभाल पा रहे थे। बचपन से ही नेहा और उसके दोनों भाइयों को उसने बड़ा किया नेहा की शादी भी की। नेहा 5 माह से बीमार थी। बुखार के बाद उसे टाइफाइड हो गया था। दो-तीन दिनों से उसकी हालत काफी खराब थी। नेहा का पति लखन चौहान अपना पार्क में रहने वाली काम कन्या बाई को खबर देने भी गया था लेकिन वह अपनी बेटी से मिलने नहीं आई। नेहा के दोनों भाई भी बड़े होने के बाद अलग आगर रोड पर रहने चले गए थे। थाना प्रभारी के अनुसार तरुणा के बयानों की पुष्टि रामकन्या बाई से की गई तो मामला पूरी तरह से स्पष्ट हो गया।

Author: Dainik Awantika