इंदौर। इंदौर के बाजार में नकली नोट खपाने के मामले में लसूड़िया पुलिस ने मुंबई में मॉडलिंग कर चुके मास्टरमाइंड युवक और उसके साथी को गिरफ्तार किया है। पकड़ाए आरोपियों ने टेलीग्राम के अवैध ग्रुप से नकली नोट बनाने का तरीका सीखा था। उस आधार पर आरोपियों ने नागपुर में किराए के फ्लैट में विभिन्न उपकरणों से 500 और 200 के नकली नोट छापना शुरू कर दिए। गिरोह के रूप में काम कर आरोपियों ने नकली नोट खपाने के लिए मुंबई, भोपाल, इंदौर के बाजारों को चुना। चेन सिस्टम में काम करने वाला गिरोह नकली नोट चलाने के लिए गरीब तबके को टारगेट करता, ताकि करतूत सीधे तौर पर उजागर न हो सके। अब पुलिस पकड़ाए आरोपियों से पूछताछ कर रही है। डीसीपी अभिनय विश्वकर्मा ने बताया, नकली नोट की खेप मध्यप्रदेश में भेजने वाले मास्टरमाइंड आरोपी मनप्रीत सिंह (26) पिता कुलविंदर सिंह निवासी क्वार्टर नंबर 84, चॉक्स कॉलोनी (नागपुर) और मलकीत सिंह (28) पिता गुरमेश सिंह विर्क निवासी चॉक्स कॉलोनी (नागपुर, महाराष्ट्र) को गिरफ्तार किया है। सबसे पहले आरोपी शुभम उर्फ पुष्पांशु रजक को पकड़ा था। जिसने नोट महिपाल उर्फ मोहित बेड़ा (22) पिता रामलाल बेड़ा जोधपुर, राजस्थान से खरीदना बताया। महिपाल से पता चला कि वह नकली नोट आरोपी मनप्रीत निवासी नागपुर से खरीद चुका है। अनुराग (22) पिता धर्म सिंह चौहान निवासी ग्राम रेटी, सीहोर और मोहसिन (24) पिता नासिर खान निवासी दाऊदी नगर, खजराना इंदौर को बेचना बताया।