दिग्गी का हाथ पकड़ राज्यसभा जाने की तैयारी में अरुण यादव

राज्यसभा चुनाव पर कांग्रेस एक्टिव
मप्र में 3 सीटें खाली होंगी, तन्खा का कार्यकाल हो रहा पूरा

ब्रह्मास्त्र भोपाल। राज्यसभा चुनाव की आहट से मध्यप्रदेश कांग्रेस में हलचल शुरू हो गई है। मध्यप्रदेश में राज्यसभा की 11 सीटें हैं। इनमें से 8 पर भाजपा और सिर्फ 3 सीट पर कांग्रेस है। जून में भाजपा की 2 और कांग्रेस के खाते से 1 सीट कम हो रही है। यह एक सीट सांसद विवेक तन्खा का कार्यकाल पूरा होने पर खाली होगी। इसके लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव का नाम सबसे आगे चल रहा है। प्रदेश में अरुण यादव की बढ़ती सक्रियता ने उनकी दावेदारी को आगे बढ़ाया है। फिलहाल वे बुंदेलखंड में जनसंपर्क कर रहे हैं और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इसके लिए उन्हें बधाई दी है। दिग्विजय सिंह भी यादव को सपोर्ट कर रहे हैं।
अरुण यादव पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे स्व. सुभाष यादव के पुत्र तो हैं ही, साथ ही वे पूर्व केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। विधानसभा चुनाव 2018 में बुदनी से शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ उतरकर वे खुद को पार्टी का समर्पित नेता साबित कर चुके हैं। अरुण यादव मध्यप्रदेश में कांग्रेस के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग का बड़ा चेहरा हैं। ऐसे में कांग्रेस उन्हें दरकिनार नहीं कर सकती। वे पिछले दिनों कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिल चुके हैं। अरुण यादव पार्टी गाइडलाइन से कभी पीछे नहीं हटे। साथ ही वे पार्टी पर कटाक्ष करने से भी नहीं चूके। अब जब कमलनाथ के नेतृत्व में अगला चुनाव लड़ने का फैसला हो चुका है तो अरुण यादव को राज्यसभा भेजा जाना तय माना जा रहा है।