मप्र की सरकार हर 12 वर्ष में लगने वाले सिंहस्थ मेले के लिए पुराने सिंहस्थ मेला क्षेत्र को डेवलप करने के लिए करोड़ों रुपए खर्च करना पड़ते हैं। इस बार सरकार ने विचार किया है कि यदि स्थाई रूप से एक कुंभ नगरी का निर्माण किया जाए तो बार-बार सिंहस्थ मेला क्षेत्र पर किए जाने वाला बड़ा खर्च बचेगा। जिससे अन्य विकास के कार्य किए जा सकेंगे। साथ ही शहर में हर बार अस्थायी निर्माण नहीं करने पड़ेंगे। सिंहस्थ 2028 को देखते हुए ही इस प्लान पर विचार किया जा रहा है।
200 फीट तक चोड़ी होगी यहां पर सड़के
– स्थायी कुंभ नगरी बसाने के लिए उज्जैन विकास प्राधिकरण 1806 किसानों की करीब 5000 सर्वे वाली जमीन का उपयोग करेगा।
– सिंहस्थ भूमि पर स्थायी सड़कें, बिजली के पोल और अन्य निर्माण कार्य किए जाएंगे।
– इस कुंभ नगरी में 60 से 200 फीट तक चोड़ी सड़कें बनेगी।
– ये सारी सड़के इंटर कनेक्ट भी रहेंगी। इससे श्रद्धालु सरलता के साथ कुंभ क्षेत्र में आ-जा सकेंगे।
– जिला प्रशासन को भी भीड़ नियंत्रण में परेशानी नहीं आएगी। भीड़ कम करने के लिए यातायात डायवर्ट कर सकेंगे।