मुरैना। मुरैना में 9 हजार की तनख्वाह पाने वाले रोजगार सहायक के शौक नवाबों से कम नहीं थे। कमर में पिस्टल, स्कॉर्पियों से आना-जाना और घूमने के लिए मलेशिया और आस्ट्रेलिया की सैर करना उसका शौक बन गया था। यही वजह है कि वह मलेशिया पांच बार तो ऑस्ट्रेलिया दो बार घूम कर आ चुका है। बता दें कि मुरैना के पहाड़गढ़ की कहारपुरा पंचायत का ग्राम रोजगार सहायक रामअवतार धाकड़ के निवास पर लोकायुक्त टीम ने कार्रवाई की। इसमें लोकायुक्त को अभी तक कुल डेढ़ करोड़ की चल-अचल संपत्ति के दस्तावेज मिले और दो लाख 24 हजार रुपए नकद मिले हैं। राम अवतार धाकड़ की नियुक्ति रोजगार सहायक के पद पर वर्ष 2014 में हुई थी। उसके बाद वर्ष 2016 से 2022 तक उसने इतनी संपत्ति बनाई है। लोकायुक्त के अनुसार जिस समय उसकी रोजगार सहायक के पद पर भर्ती हुई थी, उसका वेतन केवल 3000 रुपए मासिक था। आज की तारीख में उसका वेतन केवल 9000 रुपए है। अगर देखा जाए तो इतनी राशि अकेले उसकी स्कॉर्पियो और अन्य वाहनों के पेट्रोल खर्च के लिए भी कम पड़ जाएगी।