प्रयागराज में आने के 7 रास्ते, सभी पर भीषण जाम

प्रयागराज। प्रयागराज महाकुंभ आधे से ज्यादा बीत गया। तीनों अमृत स्नान हो चुके। प्रशासन उम्मीद कर रहा था कि अब सीमित संख्या में श्रद्धालु आएंगे। लेकिन, पिछले 3 दिनों से उमड़ी भीड़ ने सबको चौंका दिया। प्रयागराज शहर में आने के 7 रास्ते हैं, सभी पर भीषण जाम लगा है। लोग अपनी ही गाड़ियों में कैद हो गए हैं। जो खाना लेकर चले, वह खत्म हो गया। छोटे बच्चे रो रहे हैं। बुजुर्ग परेशान हैं। महिलाएं वॉशरूम तलाश रही हैं। गाड़ी चलाने वाले अब परेशान हो गए। ये सभी लोग कुंभ को लेकर घर से जो सोचकर निकले, वह जाम के झाम में फंसकर भूल गए हैं। प्रयागराज में उमड़े इस जन-सैलाब से शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पटरी से उतर गई। सड़कें जाम हैं। गलियां जाम हैं। हाईवे जाम हैं। हालत यह है कि 300 किलोमीटर दूर कटनी में पुलिस को लाउड स्पीकर के जरिए श्रद्धालुओं से कहना पड़ रहा कि प्रयागराज अभी मत जाइए।

एमपी के रीवा से आने वाली सड़कें पूरी तरह से पैक्ड हैं। करीब 20 किलोमीटर तक सड़क जाम है। इस रूट से ही मुंबई और एमपी की भी गाड़ियां आ रही हैं। महाराष्ट्र के अमरावती से आई दीक्षा साहू कहती हैं, पिछले 49 घंटे से हम लोग जाम के बीच चल रहे हैं। हालांकि जिन लोगों ने व्यवस्था की है उनका धन्यवाद रहेगा, बहुत सारे लोग आने से व्यवस्था संभालना मुश्किल हो रहा है। हैदराबाद से आए दो लोग अपनी गाड़ी में बैठे जाम खुलने का इंतजार कर रहे। वह कहते हैं, 36 घंटे से हम लोग जाम में फंसे हैं। हर 30 किलोमीटर पर गाड़ियां रोक दी जा रही हैं। एटा से आए अमित कुमार कहते हैं, हम लोग 6 घंटे से नैनी पुल से पहले ही फंसे हुए हैं। सोचा था कि सुबह 5 बजे संगम में स्नान कर लेंगे। लेकिन, अब 9 बज गए और हम मेला तक पहुंच ही नहीं पाए हैं।

Author: Dainik Awantika