उज्जैन। एफसीआई गोदाम के पीछे चार दिन पहले 11 वीं के छात्र का शव मिला था। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया था, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से फांसी लगाना सामने आया था। लेकिन जिस हालत में छात्र की लाश मिली थी, उसके बाद मामला उलझा हुआ है। पुलिस वजह तलाशने में लगी है। स्कूली दोस्तों के साथ घर के आसपास रहने वाले दोस्तों से पूछताछ हो चुकी है। अब परिजनों से पूछताछ की जायेगी।
पंवासा थाना क्षेत्र के एफसीआई गोदाम के पीछे 7 फरवरी को बबलू के पेड़ पर रस्सी के फंदे से लटकी 11 वीं के छात्र नैतिक तिा ओमप्रकाश पाल की लाश मिलना सामने आया था। छात्र की पहचान उसके पास मिले पीएमश्री केन्द्रीय विद्यालय के आई कार्ड से हुई थी। घटनास्थल पर रस्सी का एक सिरा पेड पर था, दूसरा गले में। लेकिन छात्र जमीन पर बैठी हुई हालत में था। उसके सिर पर कपड़ा ढंका हुआ था, वहीं मुंह में कपड़ा ठंूसा होना सामने आया था। हैरान करने वाला मामला सामने आने पर एएसपी नितेश भार्गव, सीएसपी सुमित अग्रवाल सहित क्राइम, सायबर टीम और डॉग स्क्वाड के साथ एफएसएल टीम पहुंची थी। दूसरे दिन छात्र का पोस्टमार्टम कराया गया। शार्ट पीएम रिपोर्ट में फांसी लगाना सामने आया। लेकिन परिवार ने हत्या का आरोप लगाय और न्याय की बात कहीं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पुलिस उलझन में दिख रही है। थाना प्रभारी रविन्द्र कटारे ने बताया कि अगर छात्र ने फांसी लगाकर सुसाइड किया है तो उसकी वजह पता की जा रही है। परिजनों के आरोप पर उसके स्कूली दोस्तों और आसपास रहने वाले दोस्तों से पूछताछ की जा चुकी है। लेकिन कोई वजह सामने नहीं आ पाई है। हत्या के बिंदू पर जांच करते हुए घर से स्कूल और स्कूल से घटनास्थल तक के कैमरों को देखा गया है। छात्र स्कूल जाने का बोलकर निकला था, लेकिन दोस्त को स्कूल छोड़कर वापस आ गया था। कैमरे में घटनास्थल की ओर अकेला जाता दिखाई दे रहा है। थाना प्रभारी के अनुसार जांच के पता चला है कि नैतिक पहले कक्षा 11 वीं में फैल हो चुका था। इसके अलावा कोई वजह पता नहीं चल पाई है। परिजनों के बयान नहीं हो पाये है, उनके बयान के बाद ही कुछ सामने आ सकता है। फिलहाल मामले की जांच जारी है।