दैनिक अवंतिका उज्जैन।
इस बार 26 फरवरी को आ रहे महाशिवरात्रि पर्व पर देशभर से ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए उमड़ने वाले लाखों श्रद्धालु करोड़ों रुपए की लागत से बनकर तैयार हुई नई टलन से होकर करेंगे। इसकी फिनिशिंग का काम कई दिनों से चल रहा था। टनल को चालू करने के लिए मंदिर प्रबंध समिति द्वारा भी विशेष तैयारी की जा रही है।
हाल ही में इसे पर्व में उपयोग के लिए तैयार कर लिया गया है। मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर नीरज कुमार सिंह एवं एसपी प्रदीप शर्मा टनल के रास्ते महाशिवरात्रि पर दर्शन के प्लान को पूर्व में ही निरीक्षण के दौरान ओके कर चुके हैं। मंदिर प्रबंध समिति ने भी इस मार्ग को पूरी तरह से तैयार करवा लिया है। इस महाशिवरात्रि पर्व के दौरान इस नई टनल का खुलकर उपयोग किया जाएगा। ताकि अधिक से अधिक संख्या में श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन सुलभता के साथ कर सके।
दो दिन के दौरान उमड़ते हैं लाखों
श्रद्धालु, रात पट खुले रहते हैं
महाकाल मंदिर में यूं तो प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। लेकिन महाशिवरात्रि जैसे बड़े पर्व पर दो दिन के अंदर लाखों श्रद्धालु उमड़ते हैं। महाशिवरात्रि पर मंदिर में रातभर अभिषेक चलता है। पट भी खुले रहते हैं और दर्शन भी चालू रहते हैं। महाशिवरात्रि पर लोग अलग-अलग समय पर दर्शन के लिए उमड़ते हैं। 27 फरवरी को भी मंदिर में सुबह के समय सेहरे के दर्शन होंग तब भी खासी भीड़ रहती है। इसके बाद दोपहर में 12 बजे भस्मारती की जाएगी। इसमें अनुमति प्राप्त श्रद्धालु प्रवेश कर सकेंगे।
आम लोग त्रिवेणी संग्रहालय होकर
तो वीआईपी नीलकंठ द्वार से जाएंगे
मंदिर समिति प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया कि श्रद्धालुओं को सुलभ दर्शन के लिए प्रवेश द्वार त्रिवेणी संग्रहालय, नीलकंठ द्वार, अवंतिका द्वार चालू रहेंगे। आम लोग त्रिवेणी संग्रहालय की ओर से आएंगे तो वीआईपी, वीवीआईपी नीलकंठ द्वार से। अवंतिका द्वारा का उपयोग अन्य के लिए किया जाएगा। इस बार ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालुओं को सुलभ दर्शन करवाने के लिए नई टनल का पूरी क्षमता से उपयोग करेंगे। टनल का प्रायोगिक उपयोग कर के देख लिया है।