दैनिक अवंतिका उज्जैन। प्रसिद्ध मंगलनाथ मंदिर में मंगलवार को हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए उमड़े। इनमें कई श्रद्धालुओं ने भातपूजा, कालसर्प पूजा आदि पूजन पंडितों से मंदिर में संपन्न कराए। समिति ने 1450 शासकीय रसीदें काटकर पूजन संपन्न करवाई। इससे समिति को एक ही दिन में लंबे समय के बाद इतनी पूजन से 3 लाख रुपए से अधिक की आय हुई है।
मंदिर समिति के प्रशासक केके पाठक ने बताया कि मंगलनाथ भगवान के दर्शन के लिए मंगलवार को हजारों श्रद्धालुओं ने लाइन में लगकर सुलभ दर्शन किए। कई श्रद्धालुओं ने परिसर में समिति से रसीद कटाकर पंडितों के जरिए पूजन भी संपन्न कराई। सुबह 7 बजे प्रातः कालीन आरती के पश्चात भात पूजन का क्रम आरंभ हुआ व दोपहर में 3.30 बजे तक चलता रहा। इससे समिति को 1450 पूजन की रसीदों से 3 लाख 10 हजार रुपए की आय हुई।
देश के कौने कौने से लोग अंगारक
दोष सहित अनेक पूजा कराने आते हैं
मंगलनाथ मंदिर में देश के कौने कौने से श्रद्धालु भात पूजा, कालसर्प दोष, अंगारक दोष, श्रापित दोष, गुरु चांडाल दोष, कुंभ विवाह, अर्क विवाह आदि अनेक प्रकार की पूजा कराने के लिए उमड़ते हैं। मंगलनाथ मंदिर के महंत एवं पुजारी अमर भारती ने बताया कि मंदिर में सभी तरह की पूजन श्रद्धालुओं को यहां के पंडितों द्वारा संपूर्ण विधि विधान के साथ संपन्न कराई जाती है। मंगल की शांति के लिए भातपूजा हेतु यह मंदिर देश विदेश में प्रसिद्ध है।
100 की रसीद से श्रद्धालुओं
को कराए गए शीघ्र दर्शन
मंदिर समिति ने कई श्रद्धालुओं को 100 रुपए की शासकीय रसीक काटकर गर्भगृह के आगे से शीघ्र दर्शन कराए। वहीं मंदिर में आए दिव्यांग एवं असहाय दर्शनार्थियों को व्हीलचेयर पर ले जाकर मंदिर के कर्मचारियों ने गर्भगृह के सामने से दर्शन कराकर खुश किया।