कर्मचारियों ने निगम गेट पर धरना देकर किया प्रदर्शन – निगम कर्मचारियों के आंदोलन के छटे दिन भी कोई अधिकारी नहीं आया बात करने  

दैनिक अंवतिका उज्जैन।  मंगलवार को शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे नगर निगम के कर्मचारियों ने निगम गेट पर धरना दिया एवं जमकर नारेबाजी की। आंदोलन के छटे दिन भी किसी भी अधिकारी ने मांगों का निराकरण कराने के लिये संज्ञान नहीं लिया। जिससे दिन-ब-दिन आंदोलन कर रहे कर्मचारियों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है।

मंगलवार को भी नगर निगम कर्मचारियों का निगम गेट का प्रदर्शन धरना प्रदर्शन में तब्दील हो गया। भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध सफाई कामगार संघ, स्वायत्तशासी कर्मचारी संघ एवं सेवानिवृत्त कर्मचारी संघ के बेनरतले कर्मचारियों ने बड़ी संख्या में उपस्थित होकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। इस अवसर पर संरक्षक श्री रामचंद्र कोरट ने कहा कि अभी तक निगम आयुक्त प्रयागराज से लौटे नहीं हैं। इसलिये प्रदर्शन आगे भी चलेगा।
 सेवानिवृत्त निगम इंजीनियर प्रभुलाल टटवाल ने कहा कि कर्मचारियों की सभी मांगों को इन अधिकारियों को मानना ही होगा, अगर नहीं मानी गई तो हम कोरट साहब के साथ मिलकर जमकर आंदोलन करेंगे। सेवानिवृत्त लिपिक सुरेश रावल ने कहा कि अधिकारियों को प्रयागराज जाने की बजाय कर्मचारियों की सुध लेनी चाहिये और कर्मचारियों की मांगों का निराकरण करना चाहिये।
 स्वायत्तशासी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रमेशचंद्र रघुवंशी ने कहा कि यह प्रदर्शन संविधान संबद्ध है। यह कर्मचारियों का अधिकार है। कार्यकारी अध्यक्ष नितिन मुसले ने कहा कि अधिकारी बैठकों में मांगों पर सहमति बना देते हैं और फिर कई माह बीतने के बाद भी उन मांगों का निराकरण नहीं करते हैं, जिससे हमें आंदोलन करना पड़ रहा है।
 सेवानिवृत्त कर्मचारी संघ अध्यक्ष डॉ. पवन व्यास ने मांग पत्र का वाचन किया। मांग पत्र के अनुसार समस्त मांगें मंजूर करने की बात कही। अभी तक कहते थे कि पदोन्नति पर बेन लगा हुआ है, इसलिये पदोन्नति नहीं कर सकते, किन्तु नगर निगम भोपाल एवं जबलपुर ने कर्मचारियों की पदोन्नति की है। नगर निगम उज्जैन में भी कर्मचारियों की पदोन्नति करना होगी। कर्मचारियों की तरह ही सेवानिवृत्त कर्मचारियों को 2000 मेडीकल अलाउंस का प्रकरण एम.आई.सी. में नहीं दिया जा रहा है। ठहराव अनुसार कर्मचारियों को भूखण्ड की रजिस्ट्री भी की जावे।
सफाई कामगार संघ अध्यक्ष चंदगीराम टांकले ने कहा कि सफाई कर्मचारियों के बजट में 664 पद मंजूर थे लेकिन स्थापना के लिपिक और अधिकारियों की मिलीभगत से 343 पद ही रह गये हैं।, इसकी जांच की जाना चाहिये और दोषियों पर कार्यवाही होना चाहिये। उन्होंने कर्मचारियों से कहा कि आप सभी को गुरुवार को भी इसी तरह 1 बजे निगम गेट पर एकत्रित होना है। आंदोलन का संचालन सफाई कामगार संघ सचिव संदीप कलोसिया ने किया।
इस अवसर पर रामविलास गुप्ता, अजयप्रकाश मेहता, मनसुख मेहरवाल, अल्काब भाई, कैलाश जैन, शैलेष नागर, सुनील भैरवे, राजेन्द्र देवधरे, मनसुख चौहान सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी उपस्थित थे।

Author: Dainik Awantika