दैनिक अवंतिका उज्जैन। कर्मचारी चयन आयोग द्वारा एसएससी जीडी परीक्षा में फर्जी तरीके से आॅनलाइन परीक्षा देने आये युवक (सॉल्वर) और परिक्षार्थी को गिरफ्तार करने के बाद बुधवार दोपहर पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। दोनों को 2 दिनों की रिमांड पर लिया गया है। सॉल्वर के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है कि पहले इस तरीके से किसी ओर की जगह परीक्षा तो नहीं दी है।
एसएससी जीडी की परीक्षा 4 से 25 फरवरी तक देशभर में आयोजित हो रही है। प्रशांति कॉलेज में सेंटर बनाया गया है। जहां 11 फरवरी को आॅनलाइन परीक्षा थी। ग्वालियर के पंडित दिनदयाल नगर में रहने वाले धीरज पिता ज्ञानेन्द्र तिवारी को परीक्षा सेंटर पहुंचना था। लेकिन उसने अपनी जगह परीक्षा देने के लिये इंदौर के भागीरथपुरा में रहने वाले रवि पिता सुखराम मंडलोई को भेजा था। परीक्षा आयोजित कराने वालों ने रवि को फर्जी तरीके से परीक्षा देते पकड़ लिया था। सेंटर पर परीक्षा आयोजित कराने वाले विजय कुमार सोनी ने मामले की शिकायत चिंतामण थाना पुलिस को दर्ज कराई थी। पुलिस ने रवि को गिरफ्तार करने के साथ ग्वालियर के परिक्षार्थी धीरज तिवारी को भी हिरासत में लिया था। दोनों के खिलाफ छलकपट और धोखाधड़ी पूर्वक परीक्षा देने का मामला दर्ज करने के बाद कोर्ट में पेश किया। जहां से 2 दिनों की रिमांड पर लिया गया है। एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि फर्जी तरीके से परीक्षा देने आये (सॉल्वर) युवक के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही कि पहले उसने इस तरह से किसी ओर के स्थान पर परीक्षा तो नहीं दी है। अगर कुछ सामने आता है तो आगे की कार्रवाई की जायेगी। मामले में थाना प्रभारी हेमराज यादव ने बताया कि रवि मंडलोई को रिमांड अवधि में इंदौर ले जाया जायेगा। उसके स्थायी पते के साथ परिवार के संबंध में जानकारी जुटाई जायेगी। एसएससी जीडी परीक्षा में शामिल होने वाले धीरज तिवारी के कुछ दस्तावेज परीक्षा सेंटर के माध्यम से जप्त किये गये है। उसके संबंध में भी जानकारी एकत्रित की जा रही है।