उज्जैन। मध्य शासन के उच्च शिक्षा एवं आयुष मंत्री इंदर सिंह परमार ने उज्जैन प्रवास के दौरान शासकीय धन्वंतरि आयुर्वेद चिकित्सालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्हें उन्होंने चिकित्सालय में आम जनता को दी जा रही सभी सुविधाओं का अवलोकन भी किया। उन्होंने लिफ्ट और गभार्धान संस्कार कक्ष का भी लोकार्पण किया। इस अवसर पर विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा और चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधिकारी जेपी चौरसिया भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में प्रशिक्षण लेने वाले आयुर्वेदिक चिकित्सकों को संबोधित करते हुए मंत्री परमार ने कहा कि प्रदेश को आयुर्वेद शिक्षा और चिकित्सा के माध्यम से हमें स्वास्थ्य सेवाओं में प्रथम स्थान पर लाना होगा। इसके लिए आप सभी को कर्म योगी बनकर काम करना होगा। दुनिया की सबसे प्राचीन, आधुनिकतम और ज्ञान पर आधारित हमारी आयुर्वेद पद्धति सबसे विशिष्ट है। इस चिकित्सा पद्धति को आम जनता तक पहुंचाने और उसके लाभ से अवगत करने के लिए हमें लगातार प्रयास करना होंगे।
देवदूत बनकर लोगों की सेवा करें
आयुष मंत्री परमार ने उपस्थित प्रशिक्षक चिकित्सकों को कहा कि आप देवदूत बनकर लोगों की सेवा करें और समाज में अपना श्रेष्ठ स्थान बनाएं हमारे प्राचीनतम उपचार पद्धति का उपयोग कर समाज सेवा करते हैं तो उससे हमें कई गुना लाभ मिलेगा। मंत्री परमार ने इस अवसर पर आयुष विभाग मध्य प्रदेश शासन द्वारा जारी वार्षिक रिपोर्ट का भी विमोचन किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि शासन के द्वारा प्रदेश मे पांच आयुर्वेदिक कॉलेज की अनुमति प्रदान की गई है। इसी के साथ दो 50 बिस्तर अस्पताल की अनुमति भी मिली है। जिसका निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा।
आधुनिक व्यायाम शाला का भी लोकार्पण किया गया
आयुर्वेदिक महाविद्यालय में मंत्री परमार के द्वारा आधुनिक व्यायाम शाला का भी लोकार्पण किया गया। इसी के साथ आयुर्वेदिक महाविद्यालय में लिफ्ट का भी लोकार्पण कर इसका संचालन शुरू कराया। औषधि महाविद्यालय के छात्रों के लिए टर्फ ग्राउंड, बस सेवा, औषधि वन का लोकार्पण भी किया। महाविद्यालय में नवनिर्मित लाइब्रेरी के लोकार्पण के समय मंत्री द्वारा निर्देश दिए गए कि इस लाइब्रेरी का नाम अमरकोश की रचना करने वाले हमारे विद्वान अमर सिंह के नाम पर रखा जाए। सभी किताबों का ई फॉर्मेट तैयार किया ताकि यह सभी के लिए उपलब्ध हो। महाविद्यालय में 100 से अधिक कंप्यूटर सेट लगाकर ई लाइब्रेरी का भी संचालन किया जाये।
साधारण सभा में भी अनेक प्रस्ताव पर चर्चा की गई
मंत्री परमार की अध्यक्षता में आयोजित आयुर्वेद महाविद्यालय की साधारण सभा में भी अनेक प्रस्ताव पर चर्चा की गई जिसमें निर्देश दिए गए कि आयुर्वेद महाविद्यालय के साथ ही 50 बिस्तर चिकित्सालय पास में ही होना चाहिए इसके लिए संबंधित अधिकारियों को जमीन चिंहित करने के निर्देश भी दिए गए हैं। साधारण सभा की बैठक मे संभाग आयुक्त संजय गुप्ता ने पुरानी आडिट आपत्ति खत्म करने के निर्देश दिये। बैठक में विधायक सतीश मालवीय, अनिल जैन कालूहेड़ा, कॉलेज के प्रिंसिपल जेपी चौरसिया और साधारण सभा के सदस्य उपस्थित रहे। बैठक में आय व्यय का लेखा भी प्रस्तुत किया गया।