उज्जैन में व्यापार मेला  शुरू होने के पहले ही 50 लाख की कीमत वाली दो कारों कारों की बुकिंग, एसयूवी की सबसे ज्यादा डिमांड

-विक्रमोत्सव व्यापार मेले को इंदौर के डीलर उत्साहित

इंदौर। उज्जैन में 26 फरवरी से 25 मार्च तक लगने वाले विक्रमोत्सव व्यापार मेले को लेकर इंदौर के डीलर सबसे अधिक उत्साहित हैं। मेला शुरू होने के पहले ही 50 लाख की कीमत वाली दो कारों की बुकिंग हो गई है। रजिस्ट्रेशन शुल्क पर सीधे 50 प्रतिशत की छूट मिलने के कारण इस बार बीते साल से अधिक वाहन बिकने की उम्मीद है। विक्रम व्यापार मेले में पिछले साल 17 हजार कार सहित कुल 23 हजार से अधिक वाहन बिके थे। डीलरों ने शासन से मेला अवधि बढ़ाने की मांग भी की है।इंदौर ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन के सह सचिव विशाल पमनानी का कहना है कि पिछले साल हमें काफी अच्छा रिस्पांस मिला था। इस बार हमें और बेहतर रिस्पांस मिलने की उम्मीद है। उज्जैन मेले को लेकर इस बार इंदौर के डीलरों में काफी उत्साह है। प्रदेश सरकार ने पिछले साल पहली बार विक्रमोत्सव व्यापार मेले की शुरुआत की थी। उज्जैन और ग्वालियर मेले में टैक्स पर छूट मिलती है। महंगी कारों पर कीमत का 16 प्रतिशत तक रजिस्ट्रेशन टैक्स लगता है। 1 करोड़ की कीमत वाली गाड़ी पर यह 16 लाख तक हो जाता है। मेले में यह टैक्स 8 लाख ही होता है। जिससे वाहन मालिक को फायदा हो जाता है।

पमनानी ने बताया कि शिवरात्रि से शुरू हो रहे इस मेले को अप्रैल माह के दूसरे सप्ताह में आने वाली रामनवमी तक बढ़ाने का अनुरोध भी किया है। अभी मेला 26 फरवरी से 25 मार्च तक लगने का तय किया गया है। इस बार इलेक्ट्रिक गाड़ियों की भी बुकिंग अच्छी हुई है। पिछले साल 40 से 50 ई-व्हीकल बिके थे। इसमें कार और बाइक दोनों शामिल हैं। इंदौर के मारुती सुजुकी शोरूम संचालकों ने बताया कि मेले में बिकने वाली कारों को लेकर इन्क्वायरी आने लगी है। इस बार सबसे अधिक एसयूवी कारों की मांग है। डीलरों के अनुसार छोटी कारों को लेकर तो मांग है ही, इसके अलावा अभी तक ऑडी कंपनी के पास 50 लाख की कीमत वाली दो कारों की बुकिंग है। इसके अलावा छोटी कारों की भी बुकिंग है।

मेले में इस साल लगेंगी 397 दुकानें

  • मेले में इस साल कुल 397 दुकानें लगेंगी।
  • जिनमें से 153 चार पहिया, 46 दो पहिया, 23 ई वाहन की होंगी।
  • 25 खानपान, 12 बैंक, 14 फन जोन और 110 दुकानें हथकरघा एवं हस्तशिल्प, कार डेकोरेशन की होंगी।
  • चार पहिया और दो पहिया की 75 फीसदी से ज्यादा दुकानें बुक हो चुकी हैं।
  • बची दुकानों के फिर से टेंडर किए जाएंगे। ई-वाहनों के लिए छूट कम होने से उनकी मांग कम है।

 

Author: Dainik Awantika