ई-वीजा के कारण जर्मनी के यात्री विजयवर्गीय के मेहमान को एयरपोर्ट पर रोका
भाजपा महासचिव विजयवर्गीय ने ही दिल्ली फोन कर दिलाई अस्थायी अनुमति
ब्रह्मास्त्र इंदौर। एयरपोर्ट पर देर रात दुबई फ्लाइट से आ रहे एक जर्मनी के यात्री की ई-वीजा मान्य न होने के कारण एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया। यात्री का नाम डॉ. मारकस हॉफकेन है। वे यहां भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के यहां आए थे।
दुबई से शनिवार को शाम 7.35 बजे आने वाली फ्लाइट डेढ़ घंटे देरी से 9.03 बजे इंदौर पहुंची। इससे आए यात्रियों की जांच के दौरान एक यात्री के पास ई-वीजा मिला। इमिग्रेशन अधिकारियों ने ई-वीजा होने के कारण यात्री को रोक दिया। अधिकारियों का कहना था कि इंदौर एयरपोर्ट पर ई-वीजा मान्य नहीं होने के कारण यात्री को जाने नहीं दिया जा सकता। जिसके बाद विजयवर्गीय ने यात्री के लिए अस्थायी अनुमति दिलाई। जिसके बाद उन्हें इंदौर एयरपोर्ट से बाहर निकलने दिया।
इंदौर में ई-वीजा की लम्बे से समय मांग
अधिकारियों ने बताया कि ई-वीजा के लिए ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन किसी भी एयरपोर्ट को नोटिफाई करता है, उसके बाद ही वहां पर यात्रियों से ई-वीजा को स्वीकार किया जा सकता है, लेकिन अब तक इंदौर में यह सुविधा शुरू नहीं की गई है। इसे लेकर लंबे समय से मांग भी चल रही है।
क्या होता है वीजा
आमतौर पर वीजा दो तरह के होते हैं- एक मैन्युअल और एक ई-वीजा। मैन्युअल में आवेदक को अपना पासपोर्ट, फोटो, यात्रा के टिकट, होटल बुकिंग की जानकारी एंबेसी में भेजना पड़ती है और एंबेसी पासपोर्ट पर ही वीजा की सील या स्टीकर लगाती है, जो वीजा कहलाता है, वहीं ई-वीजा में पासपोर्ट और फोटो को स्कैन करके एंबेसी भेजा जाता है। एंबेसी इसकी जांच के बाद मेल पर ई-वीजा जारी करती है, जिसका प्रिंटआउट यात्री अपने साथ यात्रा के समय ले जाता है।
पहले भी हो चुकी है ऐसे घटना
इंदौर एयरपोर्ट पर ई-वीजा की सुविधा न होने के कारण इससे पहले भी कई यात्रियों को एयरपोर्ट पर ई-वीजा के साथ आने पर रोका जा चुका है और बाद में जाने वाली दुबई फ्लाइट से वापस लौटाया भी जा चुका है।अभी दुबई फ्लाइट शनिवार को आती और सोमवार को जाती है। इसके कारण अगर यात्री का ई-वीजा मान्य नहीं होता है तो उसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ेगा।