रंगीन रोशनी से जगमग हुआ महाकाल, कल से शुरू होगी शिवनवरात्रि – मंदिर में 1 मार्च तक चलेगा महाशिवरात्रि का पर्व, रोज नित नए शृंगार में दर्शन देंगे भगवान महाकाल

दैनिक अवंतिका उज्जैन।ज्योतिर्लिंग महाकाल का दरबार महाशिवरात्रि पर्व के लिए रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगा उठा है। मंदिर में कल 17 फरवरी से शिव नवरात्रि का उत्सव शुरू हो जाएगा। 1 मार्च तक मंदिर में महाशिवरात्रि का पर्व चलेगा। पहले शिव नवरात्रि की धूम रहेगी तो 26 फरवरी को महाशिवरात्रि का मुख्य उत्सव होगा और इसके अगले दिन दोपहर में 12 बजे भस्मारती की जाएगी। इसके बाद पंच मुखारविंद के दिव्य दर्शन कराए जाएंगे।   
मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व की तैयारियां पूरी कर ली गई है। संपूर्ण मंदिर परिसर की धुलाई का कार्य शनिवार को किया गया। इसके पहले मंदिर के मुख्य सोने के शिखर की सफाई कराई गई। वहीं गर्भगृह के अंदर चांदी के रुद्र यंत्र की सफाई की गई। महाशिवरात्रि पर्व के दौरान मंदिर में लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए यहां उमड़ेंगे। मंदिर समिति व प्रशासन ने उनके सुलभ दर्शन के लिए सभी आवश्यक इंतजाम कर लिए है। सुरक्षा का भी ख्याल रखा जाएगा। मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया कि महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है। मंदिर में सफाई के बाद रंगीन रोशनी की सजावट भी कर दी गई है। 
पहले दिन लगेगी हल्दी, कोटेश्वर महादेव से शुरू होगा पूजन 
शिव नवरात्रि के पहले दिन भगवान महाकाल को पंडे-पुजारी हल्दी लगाकर दूल्हा बनाएंगे। गर्भगृह में 11 ब्राह्मणों के द्वारा अभिषेक किया जाएगा। इसकी शुरुआत कोटितीर्थ कुंड पर कोटेश्वर महादेव के पूजन से की जाएगी। गर्भगृह के अंदर ब्राह्मणों द्वारा 2 घंटे तक एकादश एकादशनी रूद्राभिषेक किया जाएगा। इसके बाद दोपहर में करीब 1 बजे भोग आरती होगी व दोपहर में 3 बजे संध्या पूजन किया जाएगा। इसके बाद भगवान महाकाल का शृंगार होगा। शिव नवरात्रि में प्रतिदिन भगवान के पूजन आरती का यही क्रम चलेगा। 
महाशिवरात्रि पर दिनभर जलधारा, 44 घंटे खुले रहेंगे मंदिर के पट
26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर्व पर मंदिर में गर्भगृह के अंदर भगवान महाकाल पर सम्पूर्ण दिवस सतत जल धारा प्रवाहमान होगी। सम्पूर्ण रात्रि विशेष पूजन-अभिषेक किया जाएगा। 27 फरवरी को महाशिवरात्रि के दूसरे दिन प्रातः भगवान के सप्तधान श्रृंगार व सवामन पुष्प मुकुट सेहरे के दर्शन होंगे व सेहरा आरती की जाएगी। वर्ष में एक बार दोपहर 12 बजे महाकाल की भस्मारती होगी। इस दौरान महाकाल मंदिर के 44 घंटे तक निरंतर पट खुले रहेंगे। 

Author: Dainik Awantika