केंद्र के एक पोर्टल से किसानों को मिलेगी समस्याओं के निदान की जानकारी घर बैठे आधुनिकता से सुलझेगी कृषकों की समस्याएं -फोटो वीडियो से पता चल जाएगा फसल का रोग और उपचार, कई भाषाओं में जानकारियां,विशेषज्ञों से संवाद भी

दैनिक अवंतिका उज्जैन।   

केंद्र ने एक पोर्टल से किसानों की समस्या से निजात दिलाने की आधुनिक पहल की है ।  इससे आधुनिकता से कृषकों की समस्या को कुछ ही समय में निदान मिलेगा। पोर्टल पर कृषक को फोटो विडियो डालकर पता चल जाएगा की फसल में रोग क्या है। यही नहीं रोग के उपचार की जानकारी भी मिल सकेगी। इस पोर्टल पर किसान विशेषज्ञों से संवाद भी कर सकेंगे।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के दौर में किसानों को भी अत्याधुनिक तकनीक से जोडे जाने की पहल की जा रही है। उप संचालक कृषि आरपीएस नायक के अनुसार इसके लिए केंद्र सरकार ने एआई आधारित एनपीएसएस (नेशनल कीट निगरानी प्रणाली) एप तैयार किया है। इस एप में किसान फसल के फोटो और वीडियो अपलोड कर यह जानकारी ले सकेंगे कि उनकी कौनसी फसल में कौनसे कीट का प्रकोप है और उससे बचाव के उपाय क्या हो सकते हैं। किसान इससे घर बैठे ही फसल को कीट व रोग से बचाने के उपाय कर सकेंगे। इससे उन्हें कृषि विभाग के अधिकारियों और कीटनाशी के खुदरा विक्रेताओं पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। वे इस एप के माध्यम से कृषि वैज्ञानिकों व विशेषज्ञों से सीधे संवाद कर सकेंगे। साथ ही कीट नियंत्रण के उपायों की जानकारी लेकर फायदा उठा कर सकेंगे।

 

इसके लिए किसान को एनपीएसएस एप पर अपनी फसल के फोटो और वीडियो अपलोड करने होंगे। इसके बाद उन्हें फसल में लगी बीमारी या कीट की जानकारी मिल जाएगी। साथ ही उसके निस्तारण के उपाय व अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित दवाओं के उपयोग की विधि समझाई जाएगी। यह एप बनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि एक ही स्थान पर कीट का प्रकोप हो तो कीट और उसके स्तर का पता लगाया जा सके। इस सुविधा से किसान के समय व धन की बचत हो सकेगी।

 

कीट प्रभावित क्षेत्र की पहचान, नियंत्रण होगा-

 

इस एप से कीट प्रभावित इलाकों की पहचान होगी ताकि उस एरिया में कीट के नियंत्रण के लिए विशेष निगरानी रखी जा सके। इससे कीटों के कारण होने वाले नुकसान को कम किया जा सकेगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) व मशीन लर्निंग पर आधारित यह प्रणाली फसलों की तस्वीर देखकर बता देगी कि किस फसल में कौनसा कीट लगा है। इस एप से खेती-बागवानी करने वाले किसानों सहित किचन गार्डन वालों को भी फायदा मिलेगा।

 

4 भाषा में जानकारी,16 फसलें शामिल-

 

नेशनल कीट निगरानी प्रणाली में प्रांरभिक रूप से देश की 16 तरह की फसलों को शामिल किया गया है। इस एप पर किसानों को 04 भाषाओं-हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी व मराठी में जानकारी उपलब्ध करवाई जाएगी। इस एप में सेब, केला, बैंगन, मिर्च, कपास, अंगुर, मक्का, आम, उड़द, अनार, चावल, सोयाबीन, गन्ना, टमाटर, चवला व गेहूं को शामिल किया गया है। बाद में अन्य फसलों को शामिल किया जाएगा।

 

कुछ ऐसे काम करेगा एप-

यह जीपीएस लोकेशन और ऑफलाइन दोनों तरह से काम करेगा। अपने मोबाइल फोन से किसान प्रभावित फसलों या कीटों के फोटो-वीडियो अपलोड करेंगे। कुछ ही देर में जानकारी सामने आ जाएगी कि रोग या कीट कौनसा है, उस पर नियंत्रण कैसे करें। किसान विशेषज्ञों से संवाद भी कर सकेंगे।

 

Author: Dainik Awantika