म्यूनिख। जर्मनी में आयोजित म्यूनिख सुरक्षा कॉन्फ्रेंस के साथ ही यूक्रेन युद्ध को लेकर शांति वार्ता का एक आरंभिक दौर शुरू हो गया है। इस कॉन्फ्रेंस में यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमोर जेलेंस्की ने साफ कर दिया कि वह किन शर्तों पर सिर्फ पुतिन से बात करने को तैयार हैं। जेलेंस्की यही नहीं रुके। जेलेंस्की ने यूरोप के नेताओं के साफ चेता दिया कि अमरीका को यूरोप की जरूरत एक बाजार के रूप में हो सकती है, लेकिन एक सहयोगी देश के रूप में नहीं। जेलेंस्की ने यूरोपीय नेताओं को सुना दिया कि अब समय आ गया है कि वह अमरीका के भरोसे रहना छोड़कर अपनी खुद की सेना बनाए। जेलेंस्की के भाषण को देखें तो साफ है कि अब जेलेंस्की को अमरीका के बजाए यूरोप से ही उम्मीदें हैं। दूसरी ओर जेलेंस्की को यह भी अहसास है कि मौजूदा हालात में यूरोप की मदद पर भरोसा नहीं किया जा सकता। हैरानी नहीं कि म्यूनिख में मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में जेलेंस्की ने स्पष्ट तौर पर स्वीकार किया है कि बिना अमरीकी समर्थन के यूक्रेन युद्ध में नहीं टिकेगा।