दैनिक अवंतिका उज्जैन।
महाशिवरात्रि पर्व के लिए इस बार आम व खास सभी श्रद्धालुओं की दर्शन की व्यवस्था प्रशासन ने फिलहाल तय कर दी है। यह मार्ग नए साल में की व्यवस्था अनुसार ही है। बस नई टनल को इसमें जाेड़ा गया है। क्योंकि पहले यह तैयार नहीं थी। अब इसका उपयोग किया जा सकता है।
मंदिर समिति के प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया कि आम श्रद्धालु पहले भील समाज की धर्मशाला के पास स्टैंड पर जूते-चप्पल उतारेंगे। इसके बाद चारधाम मंदिर पार्किंग, शक्ति पथ, त्रिवेणी संग्रहालय, नंदी द्वार भवन, फेसेलिटी सेंटर, टनल नंबर एक से होकर गणेश मंडप से भगवान महाकाल के दर्शन करेंगे। दर्शन करने के बाद श्रद्धालु नई टनल से होकर बाहर जाने के लिए बड़ा गणेश मंदिर के समीप हरसिद्धि मंदिर तिराहा से होते हुए पुनः चारधाम मंदिर पर पहुंच जाएंगे।
प्रोटोकॉल व अन्य जरिए से आने
वाले वीआईपी के लिए नीलकंठ द्वार
शासन-प्रशासन के प्रोटोकॉल व अन्य जरिए से आने वाले वीआईपी श्रद्धालुओं के लिए नीलकंठ द्वार से प्रवेश की व्यवस्था रहेगी। यहां से सभी त्रिनेत्र के सामने से होकर शंख द्वार, कोटितीर्थ कुंड के सामने से होते हुए सभा मंडप से मंदिर में प्रवेश कर भगवान महाकाल के दर्शन करेंगे। इनका निर्गम दर्शन करने के बाद सभा मंडप से कोटितीर्थ कुंड, शंख द्वार से त्रिनेत्र होकर नीलकंठ द्वार से ही वापस रहेगा।
पंडे, पुजारी, मीडिया, दिव्यांग, बुजुर्ग व अन्य
दर्शनार्थियों के लिए अलग व्यवस्था करेंगे
मंदिर में समिति व प्रशासन के लोग सभी वर्ग के लिए सुलभ दर्शन का इंतजाम कर रहा है। मंदिर के पंडे, पुजारी, मीडिया के लोग, दिव्यांग, बुजुर्ग व नियमित सहित सभी तरह के श्रद्धालुओं के प्रवेश व दर्शन की व्यवस्था कर रहा है। जल्द ही प्रशासन द्वारा इनके प्रवेश व मार्ग को लेकर निर्णय लेकर उसे जारी किया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार मीडिया के प्रवेश की व्यवस्था भी वीआईपी के साथ ही नीलकंठ द्वार से ही रहेगी। उज्जैन के स्थानीय श्रद्धालुओं के प्रवेश व दर्शन को लेकर भी व्यवस्था की जा रही है। महापौर ने इस संबंध में प्रशासन से विशेष अनुरोध किया था।