परीक्षा केन्द्र ढूंढते रहे परीक्षार्थी….

ब्रह्मास्त्र उज्जैन

माध्यमिक शिक्षा मण्डल मध्यप्रदेश, भोपाल द्वारा आयोजित बारहवी की परीक्षा आज से जिले के 78केन्द्रो पर सुबह नौ बजे से शुरू हुई। इस दौरान जो सबसे ज्यादा समस्या परीक्षार्थियो को आई वह ये रही कि बोर्ड से मिले एडमिट कार्ड पर परीक्षा केन्द्र का नाम तो स्पष्ट लिखा था पर उसमे स्कूल का पता नही था। ऐसे में एक स्कूल की दो या तीन ब्रांच होने पर परीक्षार्थी गलत जगह पहुंचे और फिर केन्द्र न होने पर जानकारी लेकर ढूंढते हुए सही जगह पहुंच पाए। रिषिनगर स्थित कालीदास मांटेसरी स्कूल केन्द्र था पर इसमे ऋषिनगर नहीं लिखा था। सिर्फ कालिदास स्कूल लिखा होने से कुछ परीक्षार्थी दूसरे कालिदास जो माधव गोशाला मिल्कीपुरा में हैं वहां पहुंच गए। दोनों स्कूलों के बीच लगभग पांच किलोमीटर की दूरी है। बोर्ड की इस विसंगति के चलते परीक्षा के दिन आज छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावको को भारी परेशानी झेलना पड़ी।

मुख्य सड़क पर संकेतक नहीं
ऋषिनगर वाला कालीदास स्कूल कालोनी में काफी अंदर की ओर है और उसे ढूंढना एक मुश्किल काम है। ऋषिनगर की मुख्य सड़क पर कहीं भी स्कूल का बोर्ड और संकेतक नहीं लगा है। ऐसे में बाहर और दूर से आए परीक्षार्थी काफी परेशान हुए।
ल्ल बोर्ड को केन्द्र के साथ ही पता लिखना चाहिए- शहर मे तीन जगह कालीदास स्कूल है, मिल्कीपुरा, दशहरा मैदान व रिषिनगर। हम पुराने शहर के लोग कालीदास यानी माधव गोशाला वाला ही समझे और पहले वहां गए फिर ढूंढते हुए ऋषिनगर आए। इस दौरान बच्चे को बहुत तनाव रहा।
– अब्दुल शाकीर ( अभिभावक)
ल्ल पुराना कालीदास पॉपुलर है- शहर मे बंबाखाना स्थित कालीदास स्कूल सबसे पुराना है और पॉपुलर है ऐसे में ऋषिनगर स्थित कालीदास स्कूल की सोच नहीं आती। अत: पहले पुराने शहर के कालीदास स्कूल गए फिर यहां आए इस दौरान टेंशन बना रहा।- कुलदीप ( परीक्षार्थी )
ल्ल सुधार करा जाएगा- हमे ये ध्यान में नहीं रहा कि इस नाम के यहां दो स्कूल हैं अब कुछ सुधार करने के प्रयास करेंगे। इस संबंध मे मै जिला शिक्षा अधिकारी से बात करता हूं। -रैनिवाल, आधिकारी माध्यमिक शिक्षा मण्डल आंचलिक कार्यालय उज्जैन।

Author: Dainik Awantika