ट्रिपल मर्डर का खुलासा : ऑटो चालक और व्यापारी ने उतारा था मौत के घाट
उज्जैन। नागर परिवार के 3 सदस्य मां बेटे और पोते की हत्या को ऑटो चालक और व्यापारी ने मिलकर अंजाम दिया था। दोनों को हिरासत में लेकर पुलिस ने आज दोपहर मामले का खुलासा कर दिया। हत्या उधार लिए रुकने को लेकर होना सामने आया है।
सोमवार शाम इंगोरिया थाना क्षेत्र के चंबल नदी किनारे सूखे नाले में पिता-पुत्र राजेश नागर और पार्थ नागर की लाश बरामद की गई थी दोनों का गला रेत कर हत्या किया जाना सामने आया था। दोनों हरि नगर स्थित पिपली नाका क्षेत्र के रहने वाले थे। पुलिस घर पहुंची तो मकान पर ताला लगा था जिसे तोड़ने पर अंदर सामान बिखरा दिखाई दिया और पलंग पेटी से राजेश की मां सरोज बाई पति सोहनलाल नागर की हाथ पैर बंधी हुई लाश बरामद हुई। सरोज बाई को साड़ी पर गला घोट कर मारा गया था। ट्रिपल मर्डर सामने आने के बाद पुलिस ने हत्या करने वालों का सुराग तलाशना शुरू किया और मोहन नगर में रहने वाले जयराम कुशवाह के साथ दिनेश जैन निवासी कमल कॉलोनी हिरासत में ले लिया। जय राम सागर का रहने वाला है और करीब 10 सालों से शहर में सब्जी का ठेला लगा रहा था। कुछ समय से उसने ऑटो चलाने का काम शुरू कर दिया था। दिनेश जैन व्यापारी है। दोनों ने पुलिस गिरफ्त में आने के बाद चाकू से गला रेतकर पिता पत्र की हत्या करना और वृद्धा का गला घोट कर मारना कबूल किया है।
उधारी के पैसों को लेकर किया ट्रिपल मर्डर
दोनों आरोपियों ने पूछताछ में कबूल किया कि राजेश नागर ब्याज पर पैसे देने का काम करता था जिससे दिनेश जैन ने लाखों रुपए उधार लिए थे वही जयराम भी हजारों रुपए उधार ले चुका था। बदले में राजेश ने दोनों से ब्लैंक चेक लिए थे। दोनों पर पैसे लौटाने का दबाव राजेश बना रहा था। जिसके चलते जयराम और दिनेश ने मिलकर हत्या की योजना बनाई। पिता पुत्र को मारने के बाद घर पहुंच कर वृद्धा की हत्या की और अपने ब्लैंक चेक तलाशने के लिए पूरे घर को अस्त-व्यस्त कर दिया। दोनों को पुलिस न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लेगी।
इनका कहना
ट्रिपल मर्डर के बाद पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर काम शुरू किया था जिसके चलते एक आरोपी को सागर से और दूसरे को उज्जैन से पकड़ने में सफलता मिली है। हत्या करने वालों की गिरफ्तारी पर 10 हजार का इनाम घोषित किया गया था। दोनों आरोपियों को रिमांड पर लेकर हत्याकांड का पुनः चित्रण कराया जाएगा।
सत्येंद्र कुमार शुक्ल, एसएसपी