भोपाल। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के समापन समारोह में शामिल हुए। इस समापन समारोह में अमित शाह, सीएम डॉ. मोहन यादव, दोनों डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल, जगदीश देवड़ा मौजूद थे। लेकिन जैसे ही जीआईएस का समापन हुआ उसके बाद अमित शाह ने नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के बारे में पूछा। कार्यक्रम में मौजूद नेताओं ने उन्हें बताया कि विजयवर्गीय समिट में नहीं हैं। इसके बाद विजयवर्गीय को फोन करके स्टेट हैंगर बुलाया गया। जानकारी के मुताबिक विजयवर्गीय को जब अमित शाह के बुलावे का कॉल गया उस वक्त वे इंदौर के लिए रवाना हो गए थे। वे भोपाल से काफी आगे निकल गए थे। लेकिन, शाह की ओर से पहुंचे कॉल के बाद वे वापस लौटे और स्टेट हैंगर पर अमित शाह की विदाई करने पहुंचे।
सूत्र बताते हैं कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्टेट हैंगर के लाउंज में शॉर्ट मीटिंग की। इस मीटिंग में सीएम डॉ. मोहन यादव, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल, जगदीश देवड़ा और नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय मौजूद थे। हालांकि इस बैठक में शाह की नेताओं के बीच क्या चर्चा हुई ये साफ नहीं हैं। लेकिन, शाह की इस शॉर्ट मीटिंग को एमपी की सत्ता में चलते आपसी मनमुटाव को रोकने की कवायद से जोड़कर देखा जा रहा है।शाह को भोपाल से कोयंबटूर रवाना करने स्टेट हैंगर पर विदाई देने सीएम डॉ. मोहन यादव, दोनों डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा, राजेंद्र शुक्ला, कैलाश विजयवर्गीय, विश्वास सारंग, प्रदेश प्रभारी डॉ महेन्द्र सिंह, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष सुमित पचौरी, डीजीपी कैलाश मकवाना, पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा, कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह मौजूद थे।
सूत्र बताते हैं कि अमित शाह ने समिट के समापन के बाद कैलाश विजयवर्गीय के बारे में पूछा तो उन्हें नेताओं ने बताया कि विजयवर्गीय यहां नहीं हैं। इसके बाद विजयवर्गीय को बुलवाने के लिए सूचना भेजी गई। लेकिन वे जाम में फंस गए। इसी दौरान उन्हें जल्दी स्टेट हैंगर तक पहुंचाने के लिए पुलिस के वायरलेस सेट पर सूचना भेजी गई। पुलिस के बीच सेट पर चले मैसेज से ये खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।
कैलाश विजयवर्गीय मंगलवार को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में सुबह के शुरुआती सत्र में केंद्रीय शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ शामिल हुए थे। इसके बाद शहरी विकास शिखर सम्मेलन में सहभागिता कर नगरीय विकास, अधोसंरचना सशक्तीकरण एवं निवेश की संभावनाओं पर निवेशकों से संवाद भी किया था। इस सत्र में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू, मप्र के पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल मौजूद थे।