इंदौर में कलयुगी मां अपनी ही मासूम बेटियों को करती थी प्रताड़ित, समय पर नहीं देती थी खाना, करवाती थी घर के सारे काम, पूडी तलने में जला बच्ची का चेहरा, पिता और दादी को सौंपा
ब्रह्मास्त्र इंदौर। बच्चे सबसे ज्यादा अपनी मां के पास महफूज होते हैं, लेकिन यह कैसी कलयुगी मां, जिसके बच्चे ही कह रहे हैं कि हमें अपनी मां के साथ नहीं रहना। वह हमें समय पर खाना नहीं देती और सारे काम कराती है। यह देखो पूडी तलने में मेरा चेहरा जल गया। अब हम मां के साथ नहीं जाएंगे। दादी व पापा बहुत अच्छे हैं। हमें उनके साथ ही रहना है।
यह दर्द 6 व 7 वर्षीय उन मासूम बहनों का है जो अपनी मां से प्रताड़ित हैं। मामला खजराना क्षेत्र के एक परिवार का है। पति-पत्नी आपसी विवाद के चलते छह महीने से अलग रह रहे हैं। दो बच्चियां तब से मां के साथ ही थी। चाइल्ड लाइन को जानकारी मिली थी कि दोनों बच्चियां अपनी मां से बहुत परेशान हैं। वह उन्हें समय पर भोजन नहीं देती और दोनों से घर के सारे काम कराती है और एक बालिका किसी कारण से जख्मी है। इस पर चाइल्ड लाइन से काउंसलर मंजू चौधरी एवं संतोष सोलंकी खजराना पुलिस के साथ मौके पर पहुंची।
7 साल की बच्ची के चेहरे पर फफोले
टीम जब पहुंची उस दौरान 7 वर्षीय बालिका मां के साथ कमरे में थी। तब मां सो रही थी, जबकि बालिका के चेहरे पर फफोले थे। इस पर टीम ने उससे पूछा तो वह रुआंसी हो गई। उसने बताया कि मां ने पूडी तलने को कहा था, तो कढाई का गर्म तेल उछल कर चेहरे पर गिरा, जिससे फफोले आ गए। टीम ने मां को उठाया और पूछा तो उसने संतोषजनक जवाब नहीं दिया और टालमटोल करने लगी। इस पर टीम द्वारा महिला व दोनों मासूम बच्चियों को थाने लाया गया। इसके साथ ही झुलसी बालिका का मेडिकल कराकर इलाज शुरू किया गया।
पिता-दादी से मिलने नहीं देती थी मां
थाने लाकर तीनों से पूछताछ की तो बताया कि पति-पत्नी में आए दिन विवाद होते थे। इस पर छह महीने पहले ही दोनों अलग हो गए। तब मां ने दोनों बच्चियों को अपने पास रख लिया, जबकि पिता व दादी अलग रहने चले गए। मां तो बच्चों को पिता व दादी से मिलने भी नहीं देती थी। बालिकाओं की सहमति के बाद दोनों बच्चियों को पिता व दादी को सौंप दिया गया।
पिता ने किया कार्रवाई से इनकार, मां को समझाइश देकर छोड़ा
मामले में दोनों बच्चियों ने मां के खिलाफ कई छोटी-छोटी शिकायतें भी की लेकिन पति ने कहा कि अब बच्चियां हमारे पास हैं। हम कोई कार्रवाई नहीं चाहते। इस पर मां को समझाइश देकर छोड़ दिया और दोनों बच्चियां पिता व दादी के साथ रवाना हो गई। झुलसी बच्ची की हालत ठीक है तथा घर पर ही उसका इलाज चल रहा है। समिति द्वारा मामले की मॉनिटरिंग की जा रही है।