दोस्त ने वायरल फोटो से की पहचान, मेयर की पत्नी की आंख भी डैमेज
ब्रह्मास्त्र इंदौर
इंदौर में रंगपंचमी की गेर के दौरान राजवाड़ा पर एक युवक की टैंकर की चपेट में आने से मौत हो गई। टैंकर का पहिया उसके पेट से गुजर गया। उसे तड़पता देख लोगों ने एम्बुलेंस तक पहुंचाया। एम्बुलेंस से उसे एमवाय अस्पताल भेजा गया था, वहां उसकी मौत हो गई। घटना के वीडियो भी सामने आए हैं जिसमें उसे दो युवक हाथ और एक युवक पैर पकड़कर घसीटते हुए एम्बुलेंस तक ले जाते दिखाई दे रहे हैं।
एमजी रोड पुलिस ने टैंकर के ड्राइवर को हिरासत में ले लिया है। घटना के बाद वायरल हुए फोटो-वीडियो देख युवक के दोस्त राहुल सेन ने उसकी पहचान सन्नी मौर्य (24) निवासी रुक्मिणी नगर के रूप में की थी। राहुल ने ही सन्नी की मां को घटना की सूचना दी।
राहुल ने बताया कि सन्नी के दो और भाई हैं। वे परिवार से अलग रहते हैं। मां मीरा दिव्यांग है। वह सीतला माता बाजार में काम पर जाता है। वह तीन भाईयों में सबसे बड़ा था। उसके दो भाई संदीप और सूरज प्रिंटिंग प्रेस में काम करते हैं। पिता धर्मेंद्र मौर्य का 2013 में निधन हो गया था।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उसे श्रद्धांजलि देते हुए गेर में आने का कार्यक्रम निरस्त कर दिया। मृतक के परिवार को चार लाख रुपए देने की घोषणा की है।
मेयर की पत्नी पर पड़ी पानी की बौछार, आंख में लगी चोट
रंगपंचमी की गेर के दौरान धक्का-मुक्की के कारण इस बार कई दर्जन लोग घायल या बीमार हुए हैं। इनमें से एक प्रवीण जोशी, निवासी मूसाखेड़ी को एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया। जबकि 5 अन्य को एम्बुलेंस में ही प्राथमिक उपचार दिया गया। सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। वहीं, गेर के दौरान गोताकुंड पर मेयर पुष्यमित्र भार्गव की पत्नी जूही पर मिसाइल की बौछार जमकर पड़ी। जिससे उनकी आंख को नुकसान पहुंचा है। उन्हें तुरंत एक प्राइवेट हॉस्पिटल ले जाया। वहां गुरुवार को उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
75 साल के इतिहास में
पहली बार हुआ हादसा
टोरी कॉर्नर गेर के संचालक शेखर गिरी ने बताया कि 75 साल के गेर के इतिहास में यह पहला मौका है, जब इस तरह का हादसा हुआ हो और किसी की जान गई हो। यह रंग और उत्साह का पर्व है। हमारी कोशिश रहती है कि कोई हादसा या कोई अप्रिय घटना न हो। इसकी मौत के कारणों का पता लगाया जाना चाहिए।
नं. 1 इंदौर का बेशर्म रंग कहां देखा दुनिया वालों ने
ब्रह्मास्त्र संदीप मेहता
इंदौर में रंग पंचमी की गेर के दौरान ट्रैक्टर से कुचल जाने पर एक युवक मृत्यु हो गई। अस्पताल में मृत घोषित करने के पूर्व जब युवक को घायल अवस्था में घटता स्थल से लेजाया जा रहा था। गेर के लिए मौजूद भीड़ ने अपनी बेशर्मी का परिचय दिया। 4 लोग युवक को उठाने के लिए सहयोग नहीं कर सके , चित्र में साफ देखा जा सकता है कि युवक को तीन लोग 2 हाथ पकड़ कर और एक पैर पकड़ कर घसीटते हुए एंबुलेंस में ले जा रहे थे। मानो लोगों की साफ पॉलिसी थी कि अगर रंग पंचमी की खुशी मानने के लिए एकत्रित हुए हैं तो खुशी में ही शामिल होंगे किसी की दुख तकलीफ से कोई लेना देना नहीं। हम किसी के दु:ख तकलीफ में शामिल नहीं हो सकेंगे न सहयोग कर सकते हैं। वहां खड़े लोग घायल युवक को पराएपन और अचरज से देख रहे थे। इस घटना ने इंदौर का बेशर्म चेहरा सामने लाकर रख दिया। किसी ने सही कहा है, सुख के सब साथी दु:ख में न कोई।