खुसूर-फुसूर गडबड ही गडबड… धर्म के प्रति आम श्रद्धालू के लगाव को कतिपय लोगों ने आर्थिक शोषण का धंधा बना लिया

खुसूर-फुसूर

गडबड ही गडबड…

धर्म के प्रति आम श्रद्धालू के लगाव को कतिपय लोगों ने आर्थिक शोषण का धंधा बना लिया है। कुछ माह पूर्व मंदिर में दर्शनों को लेकर एक दर्जन से अधिक ऐसे लोगों को पकडा गया उन पर कार्रवाई की गई थी। अब तक मामले में जमानत के लाले पड रहे हैं। इतने बडे स्तर पर कार्रवाई के उपरांत भी निरंतर रूप से यह देखने में आ रहा है कि कतिपय लोग अब भी श्रद्धा को ठगने में कोई कोताही नहीं बरत रहे हैं। निरंतर रूप से ऐसे लोगों के सामने आने पर उनके विरूद्ध वैधानिक कार्रवाई समिति की और से जारी है। समिति के पास पहुंचने वाले ऐसे मामलों में कहीं न कहीं कोई ऐसा जरूर जुडा हुआ सामने आता है जिसका मंदिर से सीधा वास्ता होता है। पूर्व के ऐसे प्रकरणों में सामने आए नामों में भी ऐसी स्थिति सामने रही है। निरंतर रूप से ऐसे मामलों में वर्दी प्रकरण दर्ज कर रही है और संबंधित लोगों पर विधि सम्मत रूप से कार्रवाई करते हुए उन्हें न्यायालय में पेश कर जेल की हवा भी खिलाई जा रही है। इसके बाद भी यह क्रम थम नहीं रहा है। इसके चलते आए दिन मंदिर सुर्खियों में है। खुसूर-फुसूर है कि इस तरह के मामलों को रोकने के लिए कोई पुख्ता योजना बनाने में इतनी देर क्यों लगाई जा रही है। इसके साथ ही आधुनिक स्थितियों में भी व्यवस्था को ऐसा क्यों रखा जा रहा है जिससे श्रद्धा को ठगने की स्थिति बन रही है।

Author: Dainik Awantika