फर्जी आधार कार्ड से महाकाल की भस्मारती  में एंट्री, पुलिस ने श्रद्धालु पर किया प्रकरण दर्ज   – नोएडा से आए थे, दूसरे का आधार कार्ड दिखाकर मंदिर में चले गए

दैनिक अवंतिका उज्जैन।  

महाकाल की भस्मारती में एक श्रद्धालु ने फर्जी आधार कार्ड से एंट्री ले ली। मंदिर समिति के लोगों को जब इसकी जानकारी लगी तो पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। महाकाल थाना पुलिस ने श्रद्धालु के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है।  

जानकारी के अनुसार यूपी के नोएडा अब गौतम बुद्ध नगर से आए श्रद्धालु दंपती ने दूसरे लोगों के नाम और फोटो वाला आधार कार्ड इस्तेमाल कर महाकाल की भस्मारती में देखने का प्रयास किया। पुलिस ने मंदिर प्रशासन की शिकायत पर श्रद्धालु के खिलाफ धारा 318(4) और 3(5) बी.एन.एस. के तहत मामला दर्ज किया है। घटना रंगपंचमी पर्व के दौरान 19 मार्च की रात एक बजे की है। श्रद्धालु मुकुल कसना और उनकी पत्नी चीनू ने भस्मारती में एंट्री के लिए श्याम सिंह और सरोज देवी के नाम के आधार कार्ड का इस्तेमाल किया। इसका खुलासा तब हुआ जब श्याम सिंह और सरोज देवी के नाम की वास्तविक अनुमति वाले श्रद्धालु मंदिर पहुंचे। मंदिर के उप प्रशासक एसएन सोनी ने बताया कि मामले की जांच में पता चला कि श्याम सिंह और मुकुल के आधार कार्ड में एक ही व्यक्ति का फोटो था। पूछताछ में मुकुल ने स्वीकार किया कि उन्होंने और उनकी पत्नी ने फर्जी तरीके से आधार कार्ड में बदलाव कर मंदिर में प्रवेश किया।

फर्जी आधार वाली परमिशन जिला प्रोटोकॉल के जरिए बनी

फर्जी आधार कार्ड वाली परमिशन जिला प्रोटोकॉल के माध्यम से बनी होने की जानकारी मिली है। पांच श्रद्धालु मंदिर के प्रवेश द्वार पर पहुंचे थे। उनमें से दो श्रद्धालु श्याम सिंह व सरोज देवी नाम वाले थे। कंप्यूटर जांच में पता चला कि दोनों नाम से श्रद्धालु पहले ही अंदर जा चुके हैं। इसकी जांच की गई तो फर्जी मामला निकला। जब अंदर जाकर दोनों श्रद्धालुओं की पहचान की गई तो उन्होंने स्वीकार किया तो वे फर्जी आधार से पहुंचे थे। दोनों ने श्याम सिंह व सरोज देवी के नाम पर बनी अनुमति के आधार पर फर्जी रूप से आधार कार्ड पर नाम व फोटो बदल दिए थे। पुलिस श्रद्धालुओं से पूछताछ कर यह पता लगाएगी कि आधार कार्ड पर उनके द्वारा कांट-छांट की गई थी या किसी अन्य व्यक्ति द्वारा फर्जी आधार कार्ड बनाकर दिया गया था।

Author: Dainik Awantika