उज्जैन। 12 ज्योर्तिलिंगों में विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में होने वाली भस्मारती में अब फर्जी आधार कार्ड से प्रवेश करने का प्रयास किया जा रहा है। शनिवार को चैकिंग के दौरान मुम्बई महाराष्ट्र से आये श्रद्धालु को पकड़ा गया। मंदिर समिति की शिकायत पर पुलिस ने श्रद्धालु के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच में लिया है।
महाकाल थाना एएसआई चंद्रभानसिंह ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर समिति की ओर से पत्र मिलने पर जांच के बाद मुम्बई महाराष्ट्र के रहने वाले रौनक परमार के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 318 (4) का अपराध कायम किया गया है। मंदिर समिति की ओर से बताया गया था कि मुम्बई के श्रद्धालु रौनक को तड़के होने वाली भस्मारती से पहले परमिशन चैकिंग के दौरान के. एस. एस. कर्मचारी केशव परिहार ने महाकाल लोक त्रिनेत्र कंट्रोलरूम के नीचे पकड़ा था। श्रद्धालु के पास फर्जी परमिशन होने की सूचना भस्मारती प्रभारी आशीष दुबे को दी गई। जांच के दौरान सामने आया कि फर्जी आधार कार्ड पर फोटो एडिटिंग की गई, जिसके आधार पर अनुमति प्राप्त कर प्रवेश करने का प्रयास किया जा रहा था। एएसआई के अनुसार मामला दर्ज कर श्रद्धालु रौनक को गिरफ्तार किया गया, जिसे बाद में नोटिस तामिल कराकर छोड़ा गया है। मामला कोर्ट में प्रस्तुत किया जायेगा। जहां श्रद्धालु को उपस्थित होना होगा।
रंगपंचमी पर भी प्रवेश का प्रयास
19 मार्च रंगपंचमी को भी भस्मारती में नोएड़ा के गौतम बुद्धनगर से आये दम्पति ने फर्जी आधार कार्ड से प्रवेश करने का प्रयास किया था। दम्पति को चैकिंग के दौरान पकड़ा गया था। उनके आधार कार्ड श्यामसिंह और सरोज देवी के होना सामने आये थे। जांच में दोनों नाम से पहले ही प्रवेश हो चुका था। उक्त मामले में मंदिर समिति ने पुलिस को शिकायत की थी। जिसके बाद महाकाल थाना पुलिस ने नोएडा के दम्पति मुकुल कसना और चीनू भाटी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच में लिया था। फर्जी आधार कार्ड से भस्मारती में प्रवेश का 3 दिन में दूसरा मामला सामने आया है। जिसको लेकर अब मंदिर समिति ने निगरानी सख्त कर दी है।