विधायक चिंतामणि मालवीय ने एक जनप्रतिनिधि का दायित्व निभायाते हुए उन्होंने सदन में किसानों की बात रखी : पटवारी

चिंतामणि को नोटिस सीधा जेपी नड्डा ने दिया, बीजेपी यह चाहती है कि कोई दलित आवाज नहीं उठाए : जीतू पटवारी

बिना योजना व मुआवजे के सरकार किसानों की जमीन छीन रही

ब्रह्मास्त्र उज्जैन

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भाजपा विधायक चिंतामणि मालवीय की तारीफ करते हुए कहा कि अगर कोई जनप्रतिनिधि अपनी बात सदन में नहीं कहेगा तो फिर कहां कहेगा बिना योजना बिना मुआवजे के किसानों की जमीन छीनी जा रही है। किसानों के लिए उनकी जमीन ही सब कुछ होती है। इसी से वह अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं। सरकार किसान की होती है जनता की होती है ऐसे में अगर किसानों से उनकी जमीन सरकार ऐसे ही छिनेगी तो यह गलत है।

विधायक चिंतामणि मालवीय ने एक जनप्रतिनिधि का दायित्व निभाया है। उन्होंने सदन में किसानों की बात रखी है। वह वाकई तारीफ के काबिल है। मैं उनको साधुवाद देता हूं। वह भले ही बीजेपी के हैं। बीजेपी में ही रहे। जीतू पटवारी ने आगे कहा कि विधायक चिंतामणि मालवीय को यह नोटिस सीधा जेपी नड्डा ने दिया। इससे यह मैसेज जाता है कि पूरी बीजेपी यह चाहती है कि कोई दलित आवाज नहीं उठाए। मैसेज यह है कि किसान की जो बात करेगा उसको बीजेपी की सरकार जिंदा नहीं रहने देगी। पटवारी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए आगे कहा कि यह नोटिस देकर भाजपा के सभी लोगों को समझा दिया गया है। यह सभी को मैसेज दिया गया है कि अगर कोई भी सरकार के खिलाफ आवाज उठाएगा उसके साथ ऐसा ही हश्र होगा।

निर्णय की घोर निंदा की
जीतू पटवारी ने कहा कि कैबिनेट में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने निर्णय लिया कि सहकारिता विभाग के चुनाव नहीं होंगे यह सरासर सहकारिता के मूल मंत्र की हत्या है। जो जनता व किसानों द्वारा निर्मित संस्थाएं थी 5000 कोआॅपरेटिव सोसाइटियों पर सरकार इनडायरेक्ट कब्जा कर रही है। जो सदस्यों की हैं इसकी कांग्रेस निंदा करती है। इस पूरे सहकारिता के सरकार की सोच के खिलाफ कोर्ट भी जाएंगे व जन आंदोलन भी करेंगे।

Author: Dainik Awantika