80 से 100 किमी की रफ्तार से दौड़ी इंदौर मेट्रो, टीम ने 5 स्टेशनों के बीच जांच की

इंदौर। इंदौर मेट्रो का कॉमर्शियल रन अप्रैल माह में होने की संभावना है। कमिश्नर आॅफ मेट्रो रेलवे सेफ्टी की टीम 24-25 मार्च को मेट्रो की फाइनल रिपोर्ट लेकर कर रवाना हो चुकी है। बताया जा रहा है कि सीएमआरएस से हरी झंडी मिलते ही इंदौर में मेट्रो का कॉमर्शियल रन शुरू हो जाएगा। इंदौर मेट्रो के संचालन के लिए मेट्रो कोच और ट्रैक से संबंधित अप्रूवल पहले ही रेलवे बोर्ड दे चुका है। बोर्ड के मुताबिक मेट्रो के कोच और बिछाया गए ट्रैक पूरी तरह से फिट हैं। इंदौर मेट्रो के अधिकारियों के मुताबिक कमिश्नर आॅफ मेट्रो रेलवे सेफ्टी जनक कुमार गर्ग 24-25 मार्च को सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर के 5.9 किलोमीटर में बने पांचों मेट्रो स्टेशन का बारीकी से निरीक्षण कर चुके हैं। सीएमआरएस टीम ने प्रायोरिटी कॉरिडोर पर आने वाले गांधीनगर स्टेशन, सुपर कॉरिडोर स्टेशन नंबर 3, 4, 5 और 6 का अलग-अलग निरीक्षण किया। टीम ने स्टेशन पर बने आॅपरेशन रूम, इलेक्ट्रिकल सेक्शन, प्लेटफॉर्म, लिफ्ट, एस्कलेटर सहित अन्य यात्री सुविधाओं की जांच की।

 

इसके अलावा टीम ने प्रायोरिटी कॉरिडोर के हिस्से में मेट्रो के वाय-डक्ट पर ट्रॉली में बैठकर भी निरीक्षण किया। मेट्रो के कोच में बैठकर गति निरीक्षण भी किया। इस दौरान मेट्रो कोच को 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाया गया। बताया जा रहा है कि बीच-बीच में रफ्तार को 100 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ाकर भी देखा गया। बढ़ी हुई स्पीड के दौरान टीम ने कोच में यात्री सुरक्षा और तय स्पीड पर होने वाले कंपन (वाइब्रेशन) की जांच भी की। वहीं, 80 की स्पीड से मेट्रो के प्लेटफॉर्म पर आने के बाद उसके रुकने के दौरान ब्रेकिंग सिस्टम को भी जांचा गया। ट्रेन को अधिकतम गति पर चलाकर, बीच-बीच में ब्रेक लगाकर और कम गति पर चलाकर भी परखा गया।

Author: Dainik Awantika