पहले बैठक में समीक्षा फिर धरातल भी देखा -प्रगतिरत कार्यों की प्रगति रिपोर्ट की जिम्मेदारी संबंधित विभाग के अधिकारी की होगी

उज्जैन। सिंहस्थ-04 में उज्जैन कलेक्टर रहे वर्तमान अपर मुख्य सचिव डा.राजेश राजौरा ने बुधवार को सिंहस्थ -28 के निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए की प्रगतिरत कार्यों की प्रगति रिपोर्ट की जिम्मेदारी संबंधित विभाग के अधिकारी की होगी। निर्माण संबंधी कार्यों में समयबद्ध तरीके से काम किया जाना सुनिश्चित किया जाए। जो सभी कार्य प्रगतिरत हैं उनकी प्रगति रिपोर्ट भी प्रत्येक माह भेजी जावे इसकी प्रत्येक 15 दिन में कलेक्टर उज्जैन द्वारा समीक्षा की जाएगी।अपर मुख्य सचिव ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि निर्माण कार्यों की गति को बनाए रखना संबंधित विभाग के अधिकारी का काम है इसके लिए यदि दो शिफ्ट में काम करने की आवश्यकता है तो वह भी करें इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होना चाहिए। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने विभिन्न निर्माण कार्यों की जानकारी प्रस्तुत की।इन कामों में इतनी प्रगति –समीक्षा बैठक में बताया गया कि घाट निर्माण के लिए 30 माह का समय सुनिश्चित किया गया है साथ ही शिप्रा शुद्धिकरण के लिये कान्ह नदी डायवर्सन की भौतिक प्रगति रिपोर्ट 29 प्रतिशत है । सेवर खेड़ी, सिलार खेड़ी जलाशय का काम भी शुरू हो चुका है। इंदौर उज्जैन सिक्स लाइन का काम 24 माह में पूर्ण किया जाना है। इसी के साथ उज्जैन मक्सी फोरलेन इंगोरिया-उन्हेल और उज्जैन सिंहस्थ बाईपास का काम भी प्रगतिरत है । नगर निगम के मार्ग चौड़ीकरण के कार्यों की समीक्षा के दौरान श्री राजोरा ने निर्देश दिए कि सड़क चौड़ीकरण के कार्यों को समन्वय के साथ किया जाना सुनिश्चित करें इसमें सभी के सहयोग से काम को पूर्ण किया जावे।समस्या बताएं ,त्वरित समाधान पाएं-श्री राजोरा ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि यदि किसी निर्माण कार्य में समस्या आ रही है तो उसके संबंध में जिला प्रशासन और कलेक्टर को बताएं जिससे समस्या का त्वरित समाधान किया जा सके। सभी कामों में प्रो-एक्टिव होकर काम करने की आवश्यकता है जो काम अभी शुरू नहीं हुए हैं और जिनको किया जाना जरूरी है उन कार्यों को भी तुरंत राज्य शासन को भेजें ,इसके साथ ही जो काम अब यदि आपको आवश्यक लग रहे हैं तो उनको भी तार्किकता के साथ प्रस्तुत किया जावे।अपर मुख्य सचिव ने कहा कि स्थाई प्रकृति के सभी कामों को शुरू किया जावे और उनकी सतत मॉनिटरिंग भी किया जाना सुनिश्चित करें।मेडिसिटी निर्माण स्थल पहुंचे-अपर मुख्य सचिव ने बैठक के बाद मेडिसिटी मेडिकल कालेज के निर्माण कार्यों की प्रगति मौके पर जाकर देखी। इसके बाद सिलार् खेड़ी जलाशय का भी निरीक्षण कर निर्माण कार्यों की जानकारी ली। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि समीक्षा बैठक में जिले से सिंहस्थ प्राधिकरण के गठन के प्रस्ताव संबंधि जैसे कोई भी निर्देश एसीएस ने नहीं दिए हैं।