किसानों ने भाजपा का तो कल्याण कर दिया लेकिन उनका कल्याण नहीं हो पाया विधायक दिनेश जैन बौस   सदन में किसानों की आवाज उठाते हुए एमएसपी, बीमा और भावांतर सहित अन्य समस्याओं पर बोले..

0
उज्जैन। भारतीय जनता पार्टी का तो किसानों ने कल्याण कर दिया लेकिन उनका कल्याण नहीं हो पाया है। आज भी किसान परेशान है। 29 में से 29 सीट देकर पूर्ण बहुमत के साथ प्रदेश में भाजपा की सरकार बना दी है। लेकिन किसानों का कल्याण नहीं हो पाया है। वर्तमान में किसान कई परेशानियों से जूझ रहा है। किसानों की मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। किसानों को ना तो एमएसपी पर भाव मिल रहे हैं नाही बीमा, बिजली व सिंचाई के अच्छे संसाधन मिल रहे हैं। आज किसानों की मुख्य समस्याओं पर कोई बात नहीं कर रहा है। किसान चाहता है कि एमएसपी पर लड़ाई लड़ी जाए। यह बात महिदपुर के विधायक दिनेश जैन बौस ने अपने प्रश्न काल के दौरान सदन में कहीं और जमकर भाजपा की सरकार कोसा। विधायक जैन ने आगे कहा कि आज सोयाबीन के भाव मिनिमम सपोर्ट प्राइस 48.92 रखा है लेकिन पिछली बाहर भी मंडी कमेटी द्वारा 42-43 सो रुपए में किसानों की सोयाबीन बिकी। जब आपने मिनिमम सपोर्ट प्राइस 48.92 कर रखा है तो आपकी संस्थाएं किसानों से कम भाव में क्यों सोयाबीन खरीद रही है यह किसानों के साथ जुल्म हो रहा है। यह किसानों के साथ अत्याचार हो रहा है और व्यापारी भी किसानों से इसी भाव में सोयाबीन खरीद रहा है तो फिर मिनिमम सपोर्ट प्राइस का मतलब क्या है। किसान चाहता हैं कि उन्हें भावांतर मिले तथा इसको लेकर ऐसा कानून बनाया जाए ।
ऐसा खेल खेला जा रहा कि लहसुन के भाव कम हो रहे
विधायक जैन ने आगे कहा कि किसानों को सबसे ज्यादा फायदा लहसुन से हो रहा था 2 साल से 20 से 25 हजार रुपए से ज्यादा लहसुन का भाव चल रहा था। लेकिन कमोडिटी के भाव को ऐसा किया जा रहा है कि वह 2 साल तो 20 से 25 हजार रुपए तक पहुंच जाता है लेकिन उसके बाद फिर गिरने लगता है। अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के अंदर सरकार ऐसा खेल खेलती है कि जिससे लहसुन के भाव कम हो जाते हैं। इस पर बात क्यों नहीं होती इस पर कानून क्यों नहीं बनता है यह सब चीज होगी तब ही किसान की आय दोगुनी होगी और वह आगे बढ़ पाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *