सीवरेज की गहराई में जाकर सफाई करेगा रोबोट, इंदौर की कंपनी ने दिया डेमो, कीमत है 35 लाख
उज्जैन। नगर निगम के सफाई उपकरणों में अब बैंडीकूट रोबोट की भागीदारी दिखाई देगी। इंदौर की कंपनी निगम अधिकारियों और कर्मचारियों को डेमो देने के लिए पहुंच चुकी है। सीवरेज की गहराई से रोबोट कुछ देर में ही कचरा बाहर निकाल देगा।
अब तक नगर निगम द्वारा शहर में सीवरेज लाइन की सफाई के लिए पावर बकेट मशीन, कैमरा और अन्य उपकरणों से काम करती आ रही है। लेकिन अब बैंडीकूट रोबोट निगम के नए उपकरण में शामिल हो रहा है। 35 लाख कीमत के रोबोट का डेमो इंदौर की कंपनी द्वारा नगर निगम अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मिलकर शहर के बड़े सीवरेज स्थानों पर दिया जा रहा है। रोबोट सीवरेज में फंसे कचरे के साथ पत्थर-मिट्टी और कठोर वस्तुओं को भी बाहर निकालने का काम करेगा। रोबोट सीवरेज की 70 से 80 फीट गहराई तक काम करने की क्षमता से लैस है। बैंडीकूट रोबोट अकेले ही रोडिंग ऑपरेटर्स, पावर बकेट, सिवर इंस्पेक्शन कैमरा आदि का काम कर सकता है। निगम अधिकारियों द्वारा आने वाले दिनों में अगर कंपनी से एग्रीमेंट कर इस उपकरण को अपने हमले में शामिल करते हैं तो आने वाले दिनों में सफाई मित्रों के लिए काम काफी आसान हो जाए। सीवरेज की गहराई से निकलने वाली जहरीली गैस का खतरा अब काम करने वाले कर्मचारियों के लिए काफी कम हो जाएगा। पूर्व में कई बार सामने आ चुका है कि सीवरेज की गहराई में सफाई के लिए उतरने वाले कर्मचारी जहरीली गैस की चपेट में आ चुके हैं। लेकिन अब रोबोट के चलते निगम सफाई कर्मियों की जान को खतरा बिल्कुल नहीं रहेगा।
तमिलनाडु के युवा इंजीनियरों ने बनाया
तमिलनाडू के कुछ युवा इंजीनियरों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित रोबोट इजाद किया। केरल की बेंडिकूट कंपनी ने रोबोट का व्यवसायिक उत्पादन शुरू किया है। कंपनी अपने प्रोडक्ट बेंडिकूट- 2.0 का अलग-अलग नगरीय निकायों में डेमो दे रही है। शहर में हनुमान नाके पर बेंडिकूट रोबोट का डेमो देते हुए पीएचई के सीवर सेक्शन वाली टीम को इसे चलाने का प्रशिक्षण दिया। फिलहाल कंपनी के साथ इस मशीन को खरीदने की प्रक्रिया नगर निगम में विचाराधीन है।
36 कैमरे लगे हैं रोबोट में
रोबोट में 36 कैमरे लगे है, जोक सीवर लाइन के भीतर गहराई तक जाकर जाम की सही लोकेशन पता कर सकते है। रोबोट की ऑटोमेटिक भुजाए 80 फिट गहराई तक जाकर फंसे कचरे को खींचकर बाहर निकाल सकती है। रोबोट की भुजाएं पानी और हवा के प्रेशर से कचरे को डि-चोक भी कर सकती है। इसके उपयोग से सफाई कर्मियों को सीवरेज लाइन में उतरने की जरूरत नहीं पड़ेगी।