दैनिक अवन्तिका इंदौर
बच्चों को यदि संस्कारित कर दिया जाए तो पूरा समाज ही ठीक से चलेगा। इसी को लेकर शताब्दी वर्ष में संघ विजयदशमी पर अधिकतम स्थानों पर गणवेश में कार्यक्रम करेगी। वहीं व्यापक गृह संपर्क कार्यक्रम किए जाएंगे। इसमें सभी गांव और बस्ती के हर घर तक सपंर्क किया जाएगा।
संघ के मध्य भारत प्रांत के संघचालक अशोक पांडेय ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ कुटुंब प्रबोधन जैसे कार्यक्रम भी चलाता है और इसके जरिए घर में बच्चों को कैसे संस्कारित किया जाए, इसके बारे में बताया जाता है। समाज और परिवार में बच्चे बच्चियां कैसा व्यवहार करते हैं, रात में मोबाइल में क्या देखते हैं? यह सब हमारे संस्कार से आता है। समाज में संयुक्त परिवार के स्थान पर एकल परिवार को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसे नहीं रोका गया तो समाज में आनंदधाम जैसी संस्थाएं तेजी से बढ़ेंगी।